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शिवपुरी

शिवपुरी में 5 घंटे में फिर 2 कोरोना मरीजों की मौत

108 दिन में मिले 2025 पॉजीटिव मरीज: अब तक 21 की सांसें थमी।

शिवपुरीSep 18, 2020 / 10:39 pm

shatrughan gupta

शिवपुरी में 5 घंटे में फिर 2 कोरोना मरीजों की मौत

शिवपुरी में 5 घंटे में फिर 2 कोरोना मरीजों की मौत

शिवपुरी. जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती दो कोरोना corona पॉजीटिव मरीजों ने महज 5 घंटे के अंतराल में दम तोड़ दिया। इनमें से एक मरीज जहां दो दिन पूर्व भर्ती हुआ था, जबकि दूसरे का पांच दिन से इलाज चल रहा था। शिवपुरी में कोरोना को आए हुए 170 दिन हो गए, लेकिन महज 108 दिन के अंदर ही जिले में न केवल पॉजीटिव मरीजों की संख्या 2025 तक पहुंच गई, बल्कि 21 लोगों की जान भी चली गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में कोरोना से मौत की संख्या 17 ही दर्ज है। खास बात यह है कि कोरोना corona से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, वहीं अंतिम संस्कार में बरती जा रही लापरवाही के चलते सामान्य मौत के बाद शवयात्रा में आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। आइसोलेशन वार्ड में दो दिन पूर्व हालत बिगडऩे पर भर्ती हुई फतेहपुर निवासी चिम्मूबाई (70) पत्नी पूरन शाक्य की गुरुवार व शुक्रवार की दरमियानी रात अचानक हालत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने तुरंत उन्हें वेंटीलेटर पर भी लिटाया, लेकिन रात पौने तीन बजे उनकी मौत हो गई। शुक्रवार सुबह स्वास्थ्य महकमा अभी कोरोना corona पॉजीटिव मरीज के इस शव को रवाना करने की तैयारी ही कर रहा था कि सुबह 8 बजे वार्ड में भर्ती भरोसीलाल (75) पुत्र मुरारी चौरसिया निवासी सिद्धेश्वर कॉलोनी ने भी दम तोड़ दिया। भरोसीलाल को पांच दिन पूर्व भर्ती कराया गया था। मालूम हो, जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में बीते 4 सितंबर के बाद से मौतों का सिलसिला ऐसा चल निकला है कि एक बार तो एक ही दिन में चार लोगों की जान तक जा चुकी है।
आमजन के साथ पुलिस व प्रशासन भी संक्रमित
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह जहां अपने परिवार सहित कोरोना पॉजीटिव होने के बाद अपना उपचार करवा रहे हैं, वहीं उनके बंगले व ऑफिस सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में भी कई कर्मचारी जांच में पॉजीटिव आने से उन दफ्तरों में सन्नाटा पसर रहा है। उधर पुलिस के मुखिया यानि पुलिस अधीक्षक सहित शिवपुरी व कोलारस एसडीओपी, बदरवास व कोलारस टीआई सहित अन्य पुलिस थानों में पदस्थ पुलिसकर्मी भी कोरेाना पॉजीटिव होने के बाद क्वारंटीन हैं तथा उनके परिवार चिंतित हैं। सितंबर माह में कोरोना अधिक आक्रमक होने के साथ ही अब जान लेने पर आमादा हो गया है, जिसके चलते अब लोगों में कोरेाना का डर भी महसूस होने लगा।
मुक्तिधाम में आए लोगों पर भी बढ़ रहा खतरा…
एक तरफ जहां जिले में कोरोना corona मरीजोंं की संख्या तेजी से बढऩे एवं पहचान में हो रही देरी के चलते संक्रमित से जाने-अनजाने में स्वस्थ लोग टच होकर इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं, वहीं अब कोरोना से मौतों का आंकड़ा बढऩे से मुक्तिधाम पर भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। चूंकि पॉजीटिव मरीज का शव परिवारजनों को न देकर नपा कर्मचारी पीपीई किट से लैस होकर मुक्तिधाम ले जाते हैं और उसका अंतिम संस्कार करवाते हैं। पिछले दिनों जहां मुक्तिधाम पर यूं ही पीपीई किट फेंक कर लापरवाही बरतने का मामला तूल पकड़ा था। वहीं शुक्रवार को भी जब मुक्तिधाम में कोरोना मरीजों के शव लेकर नपा टीम पहुंची तो वहां पहले से दो शवों का अंतिम संस्कार हो रहा था। ऐेसे में बिना इंतजार किए टीम ने दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे सामान्य रूप से हुई मौत के बाद शवयात्रा में शामिल हुए लोगों को यह डर सताने लगा कि कहीं कोरोना पॉजीटिव मरीजों के अंतिम संस्कार से उनका संक्रमण हमें न हो जाए।
शिवपुरी में 169 दिन का हुआ कोरेाना
शिवपुरी में सबसे पहला कोरोना corona मरीज 24 मार्च को मिला, यानि इस दिन से कोरोना की जिले में एंट्री हुई। इसके दो दिन बाद खनियांधाना में दूसरा कोरोना पॉजीटिव मरीज चिह्नित हुआ। उसके बाद अप्रैल व मई माह में कोई भी कोरोना पॉजीटिव मरीज चिह्नित नहीं हुआ, यानि जिले में 61 दिन तक कोई नया मरीज नहीं मिला, लेकिन उसके बाद के 108 दिनों में न केवल कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या 2025 तक पहुंच गई, बल्कि इस बीमारी ने 21 लोगों की जान भी ले ली। इनमें सबसे अधिक खतरनाक सितंबर माह है, जिसमें शुरू हुआ मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा।
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