कुएं में डूबने से हुई बालक की मौत
बदरवास के ग्राम बारई में रहने वाला रामसेवक (10) पुत्र वीरेंद्र कुशवाह शनिवार सुबह 10 बजे अपने दोस्तोंं के साथ गांव के कुएं में नहाने गया था। रामसेवक को तैरना आता था, इसलिए कुएं में कूदने के दौरान उसके दोस्तों को यह लगा कि वह अभी ऊपर आ जाएगा, लेकिन वह काफी देर तक बाहर नहीं निकला। तब उसकी तलाश शुरू की गई तो बेसुध हालत में मिला। लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बदरवास के ग्राम बारई में रहने वाला रामसेवक (10) पुत्र वीरेंद्र कुशवाह शनिवार सुबह 10 बजे अपने दोस्तोंं के साथ गांव के कुएं में नहाने गया था। रामसेवक को तैरना आता था, इसलिए कुएं में कूदने के दौरान उसके दोस्तों को यह लगा कि वह अभी ऊपर आ जाएगा, लेकिन वह काफी देर तक बाहर नहीं निकला। तब उसकी तलाश शुरू की गई तो बेसुध हालत में मिला। लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बीते एक माह में इन लोगों की भी हो चुकी है डूबने से मौत – बीते 17 सितंबर को बदरवास ग्राम बरोदिया के तालाब में डूबने से बलिया जाटव (55), रोहित (7) पुत्र राजकुमार जाटव व राज (5) पुत्र राजकुमार जाटव की मौत हो गई थी। मृतक दोनों बच्चे सगे भाई व वृद्धा उनकी दादी थी।
– 19 सितंबर को बदरवास के मुढ़ेरी के तालाब में डूबने से लक्ष्मी पुत्री शंकर पटेलिया तथा अजय पुत्र अनिल पटेलिया की मौत हो गई थी।
– 1 अक्टूबर को मुढ़़ेरी में घर के पीछे बने तालाब में 8 वर्षीय बालक आकाश पुत्र महेश पटेलिया की मौत हो गई थी। मृत हुआ बालक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
– 14 अक्टूम्बर को पीरोठ में देवस्थान के पास तालाब में डूबने से आठ वर्षीय अनुराग पुत्र पवन कुशवाह की भी मौत हो चुकी है।
– 19 सितंबर को बदरवास के मुढ़ेरी के तालाब में डूबने से लक्ष्मी पुत्री शंकर पटेलिया तथा अजय पुत्र अनिल पटेलिया की मौत हो गई थी।
– 1 अक्टूबर को मुढ़़ेरी में घर के पीछे बने तालाब में 8 वर्षीय बालक आकाश पुत्र महेश पटेलिया की मौत हो गई थी। मृत हुआ बालक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
– 14 अक्टूम्बर को पीरोठ में देवस्थान के पास तालाब में डूबने से आठ वर्षीय अनुराग पुत्र पवन कुशवाह की भी मौत हो चुकी है।
जिले में सबसे अधिक हुई बारिश
शिवपुरी जिले में इस बार भले ही औसत सामान्य बारिश नहीं हुई, लेकिन कोलारस विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 966 मिमी बारिश दर्ज की गई। जो जिले की औसत सामान्य बारिश 816.03 मिमी से 150 मिमी अधिक है। यही वजह है कि इस क्षेत्र के सभी ताल-तलैया भरे हुए हैं। चूंकि इस साल अक्टूबर माह आधा निकलने के बाद भी गर्मी का अहसास कम न होने की वजह से लोग तालाब में नहाने जाते हैं और फिर उनकी लाश ही बाहर निकल रही है।
शिवपुरी जिले में इस बार भले ही औसत सामान्य बारिश नहीं हुई, लेकिन कोलारस विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 966 मिमी बारिश दर्ज की गई। जो जिले की औसत सामान्य बारिश 816.03 मिमी से 150 मिमी अधिक है। यही वजह है कि इस क्षेत्र के सभी ताल-तलैया भरे हुए हैं। चूंकि इस साल अक्टूबर माह आधा निकलने के बाद भी गर्मी का अहसास कम न होने की वजह से लोग तालाब में नहाने जाते हैं और फिर उनकी लाश ही बाहर निकल रही है।
खतरनाक हैं तालाब
ग्राम पंचायतों में जो तालाब बनाए गए हैं, वह या तो अवैध उत्खनन के बाद हुए गड्ढों को ही कुछ और गहरा कर दिया गया या फिर पुराने तालाबों की मरम्मत के नाम पर राशि तो निकाल ली गई, लेकिन उनकी न तो पार पर पिचिंग करवाई गई और न ही उनके किनारे बनाए गए। यही वजह है कि अधिक बारिश की वजह से तालाब लबालब हैं और किनारे कच्चे होने की वजह से पैर स्लिप मारने से बच्चों से लेकर बड़े तक इतने गहरे पानी में पहुंच जाते हैं कि फिर उनकी लाश ही बाहर आती है।
ग्राम पंचायतों में जो तालाब बनाए गए हैं, वह या तो अवैध उत्खनन के बाद हुए गड्ढों को ही कुछ और गहरा कर दिया गया या फिर पुराने तालाबों की मरम्मत के नाम पर राशि तो निकाल ली गई, लेकिन उनकी न तो पार पर पिचिंग करवाई गई और न ही उनके किनारे बनाए गए। यही वजह है कि अधिक बारिश की वजह से तालाब लबालब हैं और किनारे कच्चे होने की वजह से पैर स्लिप मारने से बच्चों से लेकर बड़े तक इतने गहरे पानी में पहुंच जाते हैं कि फिर उनकी लाश ही बाहर आती है।