शहर पोहरी रोड स्थित लायंस चौक के पास से ही कलेक्ट्रेट का मोड़ है। रविवार की सुबह जब यहां का नजारा देखा तो खंडे-पत्थर के साथ मिट्टी सडक़ पर बिखरी हुई थी। यह खंडे-पत्थर कलेक्ट्रेट की बाउंड्री के उस हिस्से के थे, जिसे कुछ साल पूर्व ही बनाया गया था। अब सवाल यह है कि पानी का फ्लो तेज था या फिर दीवार कमजोर थी?। क्योंकि दीवार कलेक्ट्रेट की है और यदि उसमें ही गुणवत्ता कमजोर हो गई तो फिर जिले में दूसरे कामों की गुणवत्ता कैसे ठीक रह पाएगी।
एबी रोड पर विनेगा आश्रम के नजदीक रविवार की सुबह लगभग 4 बजे नारियल से भरा एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। यह ट्रक बैंगलोर से नारियल लेकर दिल्ली जा रहा था। ट्रक ड्राइवर ने बताया कि एक दूसरे वाहन को साइड देने के चक्कर में ट्रक का एक पहिया कच्ची सडक़ पर उतर जाने की वजह से वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रक बीच रोड पर पलटने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस बीच एक वीडियोकोच के ड्राइवर ने सडक़ की साइड से निकलने का प्रयास किया तो उसके पहिए भी कच्ची मिट्टी में फंस कर रह गए। जिसके चलते ट्रैफिक जाम की स्थिति और भी अधिक खराब हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह एक साइड को खुलवाकर धीरे-धीरे वाहनों को निकलवाया।
शहर में रात को हुई झमाझम बारिश के चलते गढ्डे वाली सडक़ों में पानी भर गया, तथा जहां पर कच्ची जगह है, वहां इतना दलदल हो गया कि रखे-रखे चार पहिया वाहन के पहिए धंस गए। कमलागंज में एक कार को निकालते समय उसके पहिए इतने धसक गए कि वो एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पा रही थी। यह हालात शहर में हर उस जगह बने, जहां सडक़ पक्की नहीं है।
बीती रात से रविवा सुबह 8 बजे तक हुई बारिश के आंकड़ों मेंं सबसे अधिक बारिश शिवपुरी में 55 मिमी दर्ज की गई। जबकि बैराड़ में 25 मिमी, पोहरी में 21 मिमी, नरवर में 34 मिमी, करैरा में 45 मिमी, पिछोर में 6 मिमी, कोलारस में 10 मिमी, बदरवास मे 2 मिमी तथा खनियांधाना में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस तरह जिले में पिछले 24 घंटे में 212 मिमी बारिश दर्ज की गई।