दो दिन से कभी रुक-रुककर तो कभी हो रही तेज बारिश ने अन्नदाता के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं, क्योंकि लगातार हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों में गलाव की स्थिति निर्मित हो गई। किसानों का कहना है कि जिस तरह की बारिश बीती रात हुई है वैसी तो बारिश के मौसम में भी नहीं हुई थी। किसानों का कहना है कि इस बारिश ने चना, टमाटर, सरसों आदि की फसल को नुकसान कर दिया है। खेतों में खड़ा टमाटर जमीन पर गिर गया है, चने की फसल खराब हो गई है। किसानों के अनुसार अब टमाटर फटना शुरू हो जाएगा, हालांकि गेहूं की फसल को फायदा बताया जा रहा है।
पिछले चौबीस घंटे में जिले भर में बारिश हुई। जिसमें शिवपुरी में सबसे अधिक 55 मिमी बारिश हुई। जबकि कोलारस में 6 मिमी, पोहरी में 13 मिमी, करैरा 14 मिमी, बैराड़ 18 मिमी, खनियांधाना 14 मिमी, पिछोर में 25 मिमी तथा बदरवास में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
रात को हुई फसल से किसान का सबसे ज्यादा नुकसान चना में हुआ है, इसके अलावा टमाटर जमीन पर लेट गया है। अब इसमें दवाई आदि डालनी पड़ेगी, नहीं तो फूल मरने लगेगा और टमाटर का फटना तो लगभग तय है। सरसों का भी फूल झड़ गया है। आज टमाटर की क्रेट के रेट भी बढ़ गए हैं।
नरेश रावत, किसान
बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है, इससे फसलों में नुकसान होना तय है, चना में भी काफी नुकसान आएगा। खास बात यह है कि जैसे ही मौसम खुलेगा सर्दी बढऩे से फसल को पाला लगने की आशंका बढ़ गई है।
सुशील पाठक, किसान
जीडी मिश्रा, मौसम वैज्ञानिक भोपाल