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१५ किमी के हाईवे पर दो दर्जन से अधिक गड्डे, वाहन चालक हो रहे परेशान

locationशिवपुरीPublished: Aug 09, 2022 02:49:58 pm

१५ किमी के हाईवे पर दो दर्जन से अधिक गड्डे, वाहन चालक हो रहे परेशानमरम्मत के नाम पर हो रही खानापूर्ति, कई बार हो चुके है हादसें

१५ किमी के हाईवे पर दो दर्जन से अधिक गड्डे, वाहन चालक हो रहे परेशान

१५ किमी के हाईवे पर दो दर्जन से अधिक गड्डे, वाहन चालक हो रहे परेशान


१५ किमी के हाईवे पर दो दर्जन से अधिक गड्डे, वाहन चालक हो रहे परेशान
मरम्मत के नाम पर हो रही खानापूर्ति, कई बार हो चुके है हादसें
शिवपुरी। शिवपुरी जिले के कोलारस व लुकवासा के १५ किमी के सफर में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर गड्डे होने के कारण वाहन चालको को इन दिनो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि बारिश के फेर में इन गड्डो में पानी भर जाता है तो दूर से यह गड्डे दिखाई नही देते और इन गड्डो में गिरकर हादसें होते है। अभी तक कई लोगों की इन हादसों में मौत हो गई है तो सैकड़ो की संख्या में लोग घायल हुए है। जिम्मेंदार अधिकारी सबकुछ जानने के बाद भी इस तरफ ध्यान नही देते। मरम्मत के नाम पर कागजीबाड़ा हो जाता है।
जानकारी के मुताबिक हाइवें की मरम्मत के लिए हर साल करीब ६ करोड़ रुपए से अधिक आता है। इसके बाद भी हाइवें की मरम्मत का काम सही तरह से नही होता केवल देखने दिखाने को घटिया तरीके से डामर डालकर खानापूर्ति कर ली जाती है। वाहन चालकों का कहना है कि जब कंपनी टोल पूरा बसूलती है तो हाइवें भी सही होना चाहिए। लोग यही सोचकर हाइवें पर तेज रफ्तार में निकलते है कि हाइवें सही हालत में होगा, लेकिन इन गड््डो में आने के बाद स्थिति का पता चलता और कई बार समझ न आने के कारण हादसें हो जाते है। हाइवें पर हनुमान मंदिर के पास, देहरदा पुल सहित कई ऐसे स्थान है जहां बड़े-बड़े गड्डे हो गए है।
बॉक्स-
यह बोले परेशान वाहन चालक
– हमारा रोज का इस हाइवें से गुजरना होता है। हालात यह है कि हाइवें के इन गड्डो से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वाहनों में टूट-फूट अलग से होती रहती है। कोई ध्यान देने वाला नही है।
मनोज रघुवंशी, लुकवासा।
-पूरनखेड़ी पर टोल तो पूरा बसूला जाता है, लेकिन यही कंपनी इस हाइवें की मरम्मत में उतना ध्यान नही देती। पूरा पैसा देने के बाद भी गड्डो में से निकलता पड़ता है।
बब्लू राजपूत, लुकवासा।
यह बोले एजीएम
– बारिश के दौरान जो भी गड्डे हुए थे। उनको भरने का काम जारी है। काफी हद तक हमने वह गड्डे भर दिए है। जो भी शेष रह गए है। वह भी जल्द भर दिए जाएगें।
जितेन्द्र मौर्य, एजीएम, इनकॉन कंपनी, पूरनखेड़ी टोल प्लाजा।
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