गौरतलब है कि शिवपुरी की नई कृषि उपज मंडी पिपरसमा में बनाई गई थी तथा 11 दिसंबर 2020 को कैबिनेट मंत्री व शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया ने उसका लोकार्पण किया था। महज 18 माह पूर्व लोकार्पित हुई इस मंडी में किसानों के लिए लगाए गए टीनशेड बीती रात आई आंधी-बारिश में न केवल अलग-अलग हिस्सों में उखडक़र दूर जा गिरे, बल्कि जिन लोहे के पिलरों को सीमेंट के चबूतरे बनाकर सेट किया गया था, वो पिलर भी अपनी जगह छोड़ गए। पिलर सीमेंट के चबूतरे सहित उन नट-बोल्ट से अलग हो गए, जिन पर वो पहले लगे थे। मंडी का निर्माण 15 करोड़ 84 लाख रुपए की भारी भरकम राशि से किया गया था। जिसमें चार अलग-अलग जगह बड़े टीनशेड लगाए गए, ताकि कितनी भी फसल क्यों न आ जाए, किसानों को मंडी में पर्याप्त जगह फसल बेचने के लिए मिल सके।
लंबे-चौड़े एरिया में बनी शिवपुरी कृषि उपज मंडी के अंदर सीसी सडक़ तो बनी है, लेकिन उसके आसपास के एरिया में जो डामरीकरण किया गया, वो भी हल्की बारिश में उखडऩे व उसका मटेरियल एक जगह सिमटने लगा। महज 18 माह में ही मंडी की ऐसी हालत हो जाने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजमी है, क्योंकि करोड़ों की लागत से बनी मंडी में लगे टीनशेड कुछ इस अंदाज में उड़े, मानों पिपरसमा में रात को तूफान आया हो।
रविवार को तो मंडी बंद थी तथा रात में वहां पर कोई रुकता भी नहीं है। सोमवार की सुबह जब किसान अपनी फसल लेकर मंडी पहुंचे तो वहां की हालत देखकर हतप्रभ रह गए, क्योंकि फसल बिक्री व तौल के लिए बनाए गए लंबे-चौड़े चबूतरों के ऊपर जो टीनशेड लगाई गईं थीं, उनमें से एक चबूतरे के टीनशेड के बीच का हिस्सा गायब ही हो गया था, जबकि पास वाले टीनशेड टेड़े होकर लटके हुए थे। पूरी मंडी ही अस्त-व्यस्त नजर आ रही थी।
रात में आंधी आने की वजह से मंडी की टीनशेड का कुछ हिस्सा उड़ जाने की सूचना हमारे पास भी है। मंडी सचिव भी बीमार हो गए हैं तथा उन्हें मैंने मैसेज कर दिया है। टीनशेड को सुधरवाएंगे तथा पिलर के स्टैंड उखड़ गए हैं तो उसकी जानकारी भी भोपाल भेजेंगे।
गणेश जायसवाल, शिवपुरी एसडीएम मंडी प्रशासक