scriptअंबेडकर सा पढ़ा-लिखा नहीं हुआ हिन्दुस्तान में : सीएम | Ambedkar has not read and written in India: CM | Patrika News

अंबेडकर सा पढ़ा-लिखा नहीं हुआ हिन्दुस्तान में : सीएम

locationशिवपुरीPublished: Jan 19, 2018 11:28:27 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

लुकवासा में अजा सम्मेलन : आचार संहिता लागू होते ही अधूरा भाषण छोड़ लौटे

Chief Minister, Aja Sammelan, Ambedkar, Speech, shivpuri news, shivpuri news in hindi, mp news
शिवपुरी. कोलारस के लुकवासा कस्बे में शुक्रवार को अनुसूचित जाति के सम्मेलन में शामिल होने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाषण दे रहे थे। तभी उनके पास एक पर्ची आई। पर्ची पढ़ते ही सीएम ने कहा कि उपचुनाव की आचार संहिता लग गई, इसलिए मैं इसका सम्मान करते हुए अपना भाषण यहीं खत्म करता हूं।
इससे पहले सीएम ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के बराबर हिंदुस्तान में कोई पढ़ा-लिखा नहीं हुआ। उनकी इतनी डिग्रियां थीं कि उन्हें गिन नहीं सकते। डॉ. अंबेडकर ने जहां जन्म लिया, वह पवित्र स्थान है। वहां हर साल महाकुंभ मनाया जाएगा। हमने वहां भोजन व लाइटिंग की व्यवस्था की है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों को सस्ता अनाज और जमीन दे रही है। जमीन के लिए हमने कानून बनाकर रहने को पट्टा देने की व्यवस्था शुरू की है। पक्के मकान के लिए अब तक 3319 को राशि दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि अजा वर्ग के बच्चे शहर में जाकर पढ़ेंगे। यदि हॉस्टल में उन्हें जगह नहीं मिलेगी तो उन्हें भवन किराया सरकार देगी।
बॉक्स
खाली हाथ लौटा दिव्यांग
सम्मेलन में अकाझिरी निवासी दिव्यांग इमरत लाल पुत्र पातीराम जाटव सीएम से सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने की गुहार लगाने पहुंचा। परिजन उसे गोद में लेकर आए थे। अधिकारियों ने रोक दिया तो वह काफी देर तक पंडाल में ही पड़ा रहा। काफी मशक्कत के बाद कुछ अधिकारयों ने उसके दस्तावेज देखे और सीएम से मिलवाने का आश्वासन दिया। उसे मंच पर ले जाया जाने लगा तो सुरक्षा गार्डों ने रोक दिया। आखिरकार उसे मंच के पास ही लिटा दिया गया। कुछ देर बाद सीएम इमरत के पास से ही गुजरे लेकिन नेताओं और अधिकारियों के हुजूम के बीच उसकी गुहार अनसुनी ही रह गई। सीएम के जाने के बाद कुछ स्थानीय नेता उसके पास पहुंचे और चार दिन में उसके घर आने और सरकारी मदद दिलवाने का आश्वासन देकर चलते बने।

लाल कारपेट में पानी का टैंकर
सीएम के कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को पीने का पानी मुहैया कराने के लिए जो टैंकर उपयोग किया गया था वह टैंकर पूर्व विधायक रामसिंह यादव देहरदा सडक़ पंचायत को अपनी निधी से उपलब्ध कराया गया था। यह बात किसी को पता न लगे इसके लिए व्यवस्थापकों ने पानी के इस टैंकर को लाल कारपेट से ढंक दिया, ताकि कोई इसे देख न सके।

यह रहा खास
-सीएम के कार्यक्रम में बुलाए गए पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष महाराज सिंह रघुवंशी जब पांडाल में प्रवेश कर रहे थे तो, उन्हें पुलिस वालों ने अंदर जाने से रोक दिया। मुंहवाद की स्थिती निर्मित होने पर कुछ स्थानीय नेता उन्हें अपने साथ अंदर ले गए। महाराज सिंह के गुस्से को शांत करने के लिए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू उनके पास पहुंचे और उनके पैर छूकर उनका मान मनोबल किया।
-अनुसूचित मोर्चा की जिला महामंत्री सावित्री जाटव का नाम स्वागत करने वालों में पुकारा गया परंतु सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें मंच पर जाने से रोक दिया। इसके बाद वह मंच पर बैठे नेताओं को फोन लगाती रही, परंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
-पंडाल में बैठा हर व्यक्ति भाजपा के रंग में रंगा नजर आए इसके लिए स्थानीय नेताओं ने पांडाल में बैठे सभी लोगों को भाजपा की टोपियों का वितरण करवाया और कहा कि इन्हें पहन कर बैठो।
-मंत्री लाल सिंह आर्य को मंच पर खूब तवज्जो दी गई। मंच पर ही उनका तिलक लगाकर माला पहनाकर सम्मान कर उनकी तारीफों के कसीदे पढ़े गए। सीएम ने कहा कि जो भी घोषणाएं आर्य ने की है, वे सभी पूरी होंगी।
-कार्यक्रम के दौरान करैरा एसडीओपी बीपी तिवारी का मीडियाकर्मियों से विवाद हो गया। जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा को मंच से उतरकर नीचे आना पड़ा। नरोत्तम मीडियाकर्मियों के साथ कैमरा पर्सन के लिए बनाए गए स्टैंड पर ही आकर बैठ गए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो