शिवपुरी शहर की रामबाग कॉलोनी में रहने वाले विष्णु रावत ने बताया कि मैंने अपनी बेटी ललिता की शादी 2003 में ग्राम ख्यावदाकलां के अशोक रावत के साथ की थी। शादी के कुछ समय बाद से ही ससुरालीजन उसे परेशान करने लगे थे और जब भी उसकी ननद ऊषा अपने मायके आती तो वो मेरी बेटी के खिलाफ अपनी माँ व भाई को भडक़ा जाती थी। विष्णु ने बताया कि ललिता की पांच साल की बेटी है और वह खुद ख्यावदकलां में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी। पिता ने बताया कि दामाद कुछ काम नहीं करता तथा शराब पीकर मेरी बेटी को पीटता था। घर का खर्चा भी मेरी बेटी की कमाई से चलता था। उसके साथ जब अधिक मारपीटकी गई थी तो हमने 2014 में घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज कराया था।
विष्णु ने बताया कि मेरी बेटी के साथ सोमवार की दोपहर ढाई-तीन बजे पति व ससुरालियों ने मारपीट कर उसकी हत्या कर दी थी और फिर उसकी लाश को फांसी के फंदे पर लटका दिया। चोट के निशान भी उसकी कमर व हाथ पर स्पष्ट नजर आ रहे हैं। हमने तो पुलिस से कहा था कि पहले कायमी की जाए, तब पीएम करवाएंगे। लेकिन पुलिस ने कहा कि पीएम रिपोर्ट के बाद मौत का खुलासा हो पाएगा और इसके बाद में बयान ले लेेंगे।
ससुरालियों ने नहीं, पुलिस ने दी जानकारी
मृतका ललिता के पिता विष्णु रावत ने बताया कि हमें तो सोमवार की शाम साढ़े छह बजे पुलिस ने सूचना दी, जबकि बेटी के ससुरालियों ने हमें इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी। जिससे यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने ही हमारी बेटी को मारकर फांसी पर लटकाया लहै।
मृतका ललिता के पिता विष्णु रावत ने बताया कि हमें तो सोमवार की शाम साढ़े छह बजे पुलिस ने सूचना दी, जबकि बेटी के ससुरालियों ने हमें इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी। जिससे यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने ही हमारी बेटी को मारकर फांसी पर लटकाया लहै।
मृतका आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी। अभी कुछ कह पाना ठीक नहीं होगा, पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। मायके वालों के बयान भी लिए जाएंगे।
विनीत तिवारी, थाना प्रभारी सिरसौद
विनीत तिवारी, थाना प्रभारी सिरसौद