शिवपुरी शहर के मुख्य बाजार कोर्ट रोड पर स्थित खेरीज सब्जी मंडी के पीछे की सडक़ का नाम ठंडी सडक़ है। इस सडक़ की शुरुआत से लेकर आखिरी छोर तक बांयी ओर प्रमुख नाला है। सडक़ के बांयी ओर कई व्यापारियों के गोदाम होने के साथ ही रिहायशी आवास भी हैं। इसके अलावा लगभग एक दर्जन नगरपालिका के क्वार्टर भी मौजूद हैं, जिनमें से अधिकांश पर कब्जे करके यंूं ही खाली छोड़ दिए गए। इस रोड पर स्थित आवास में रहने वाले लोगों को भी याद नही है कि आखिरी बार यह सडक़ कब बनी थी। क्योंकि यह रोड पूरी तरह से जर्जर होकर बदहाल हो चुकी है।
मंत्री ने वन-वे की दिखाई हरी झंडी
शिवपुरी विधायक व केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान शहर की कोर्ट रोड को वन-वे करने का न केवल फैसला लिया था, बल्कि हरी झंडी दिखाकर वन-वे भी कर दिया था। उस दौरान मंत्री ने निर्देश दिए थे कि ठंडी सडक़ को बनाया जाएगा, ताकि डायवर्ट ट्रैफिक को आवागमन में कोई समस्या न हो। उस दौरान वन-वे का डायवर्ट ट्रैफिक इसी ठंडी सडक़ से होकर निकल रहा था। कुछ दिन बाद वन-वे खत्म हो गया और सडक़ उसी हाल में रह गई।
शिवपुरी विधायक व केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान शहर की कोर्ट रोड को वन-वे करने का न केवल फैसला लिया था, बल्कि हरी झंडी दिखाकर वन-वे भी कर दिया था। उस दौरान मंत्री ने निर्देश दिए थे कि ठंडी सडक़ को बनाया जाएगा, ताकि डायवर्ट ट्रैफिक को आवागमन में कोई समस्या न हो। उस दौरान वन-वे का डायवर्ट ट्रैफिक इसी ठंडी सडक़ से होकर निकल रहा था। कुछ दिन बाद वन-वे खत्म हो गया और सडक़ उसी हाल में रह गई।
पूर्व कलेक्टर ने भी दिए थे निर्देश
शिवपुरी की पूर्व कलेक्टर अनुग्रहा पी के समय में कोर्ट रोड से फल मंडी को हटाकर ठंडी सडक़ पर किया गया था। उस दौरान कलेक्टर अपनी कार से उतरकर पैदल जब ठंडी सडक़ को देखने पहुंचीं तो उसकी बदहाली देखकर उन्होंने तत्कालीन नपा के नोडल अधिकारी व डिप्टी कलेक्टर मनोज गरवाल को निर्देश दिए थे कि सडक़ की स्थिति बहुत खराब है, इसे बनवाया जाए। उस दौरान नपा के अधिकारियों ने ऐसे सहमति जताई, मानों अगले दिन से ही काम शुरू कर देंगे, लेकिन बरसों बाद भी इस सडक़ की किसी ने सुध नहीं ली।
शिवपुरी की पूर्व कलेक्टर अनुग्रहा पी के समय में कोर्ट रोड से फल मंडी को हटाकर ठंडी सडक़ पर किया गया था। उस दौरान कलेक्टर अपनी कार से उतरकर पैदल जब ठंडी सडक़ को देखने पहुंचीं तो उसकी बदहाली देखकर उन्होंने तत्कालीन नपा के नोडल अधिकारी व डिप्टी कलेक्टर मनोज गरवाल को निर्देश दिए थे कि सडक़ की स्थिति बहुत खराब है, इसे बनवाया जाए। उस दौरान नपा के अधिकारियों ने ऐसे सहमति जताई, मानों अगले दिन से ही काम शुरू कर देंगे, लेकिन बरसों बाद भी इस सडक़ की किसी ने सुध नहीं ली।
सीएमओ का दावा भी हुआ हवा
नगरपालिका के वर्तमान सीएमओ से जब पूर्व में इस सडक़ के बारे में पूछा था तो उन्होंने दावा किया था कि हम बहुत जल्दी ही इस सडक़ के टेंडर कॉल करके उसे बनवाएंगे। लेकिन पांच माह बीतने के बाद भी सडक़ बनना तो दूर उसकी फाइल तक नहीं बन सकी।
नगरपालिका के वर्तमान सीएमओ से जब पूर्व में इस सडक़ के बारे में पूछा था तो उन्होंने दावा किया था कि हम बहुत जल्दी ही इस सडक़ के टेंडर कॉल करके उसे बनवाएंगे। लेकिन पांच माह बीतने के बाद भी सडक़ बनना तो दूर उसकी फाइल तक नहीं बन सकी।
शहर की सड$कों का भेजा है प्रस्ताव
शिवपुरी शहर की सडक़ों की रिपेयङ्क्षरग व सडक़ बनाए जाने के लिए 1 करोड़ 74 लाख का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। उसमें ठंडी सडक़ भी शामिल है। शासन से स्वीकृति के बाद जब राशि आ जाएगी, तो उसे भी बनवाया जाएगा।
एमएल बागरी, ईई नपा शिवपुरी
शिवपुरी शहर की सडक़ों की रिपेयङ्क्षरग व सडक़ बनाए जाने के लिए 1 करोड़ 74 लाख का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। उसमें ठंडी सडक़ भी शामिल है। शासन से स्वीकृति के बाद जब राशि आ जाएगी, तो उसे भी बनवाया जाएगा।
एमएल बागरी, ईई नपा शिवपुरी