उत्तर प्रदेश की पुलिस मंगलवार को डॉन अतीक अहमद (atiq ahmed) का वारंट लेकर दोबारा साबरमती जेल (sabarmati jail) पहुंची थी। पुलिस ने दोपहर 2.00 बजे जेल प्रशासन को वारंट तामील कराया। उसके बाद उसे लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है। अतीक का काफिले में 50 से अधिक वाहन चल रहे हैं। अतीक का काफिला मध्यप्रदेश के कई जिलों से गुजरते हुए बुधवार को सुबह प्रयागराज पहुंचेगा।
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उमेश पाल अपहरण मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने 28 मार्च को अतीक सहित सभी आरोपियों को सजा सुनाई थी। अतीक को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। प्रयागराज में 24 फरवरी को दिवंगत बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में डॉन अतीक अहमद का बेटा असद का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह उमेश पाल पर गोलियां दागते हुए नजर आया था। पुलिस ने जांच की तो अतीक का पूरा परिवार ही हत्याकांड में शामिल था।
साबरमती जेल से रवाना हुआ काफिला
इधर, अतीक अहमद का काफिला साबरमती जेल से प्रयागराज के लिए रवाना हो चुका है। अतीक अहमद को पिछली बार की तरह मध्यप्रदेश के रास्ते ही प्रयागराज ले जाया जाएगा।
अतीक बोला मुझे मारने की साजिश
साबरमती जेल से बाहर निकलने के बाद माफिया डॉन अतीक अहमद ने कहा कि मुझे जान से मारने की साजिश की जा रही है। अतीक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी की जा सकती है, लेकिन पुलिस मुझे मुझे बार-बार प्रयागराज ले जा रही है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अतिक अहमद की सुरक्षा के इस बार कड़े इंतजाम किए गए हैं उसे प्रिजन वैन में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं। वैन में बायोमीट्रिक लॉक है और पुलिसकर्मियों को बॉडीार्न कैमरों से लैस किया गया है। यूपी पुलिस के साथ ही गुजरात पुलिस भी उसके काफिले में शामिल हैं। जो मध्यप्रदेश की सीमा तक रहेगी। इसके बाद मध्यप्रदेश की पुलिस यूपी सीमा तक शामिल रहेगी।
15 दिन पलट-पलटते बची थी वैन
जब उत्तर प्रदेश की पुलिस 26 मार्च को साबरमती केंद्रीय जेल से निकली थी, तब 27 मार्च को सुबह करीब 6.30 बजे खरई चेकपोस्ट से अतीक के काफिले ने शिवपुरी में प्रवेश किया था। मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने के तीन-चार किलोमीटर दूर ही काफिला गया था, जहां तेंदुआ थाने के कुछ मीटर पहले अतीक को पेशाब कराने के लिए काफीला रोका गया था। वैन से उतरते वक्त जब मीडिया ने उससे डर के बारे में पूछा था तो वो पहले तो खामोश रहा, लेकिन बार-बार पूछने पर उसने कहा था कि काहे का डर। इसके बाद जब उसका काफिला खरई चेकपोस्ट के थोड़ा आगे निकला तो एक गाय पुलिस वैन से टकरा गई थी। इसी वैन में अतीक बैठा था। वैन से टकराकर गाय कुछ दूर उछलकर गिर गई, इस कारण पूरे काफिले को रोक दिया गया था। हालांकि गाय की मौत हो गई थी और कुछ ही मिनटों बाद काफिला फिर रवाना हो गया।