अमोला सब रेंज पर पदस्थ डिप्टी रेंजर मोहन गुप्ता को मुखबिर से सूचना मिली कि जंगल में से कुछ लोग बिना रायल्टी, अवैध रूप से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में पत्थर भरकर ग्राम नावली की तरफ जा रहे हैं। इस सूचना पर मोहन गुप्ता स्टाफ के साथ बताए गए स्थान की ओर जा रहे थे तभी उन्हें रास्ते में पत्थर से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली मिल गई। उन्होंने स्टाफ की मदद से ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका। ट्रैक्टर चालक ने वनकर्मियों को बताया गया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली नावली निवासी मुन्ना ठाकुर(जो सरकारी शिक्षक भी हैं) के हैं, वनकर्मी इस ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर अपने साथ ला रहे थे तभी चालक किसी तरह वहां से ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भाग निकला। वनकर्मियों ने पकडऩे के लिए पीछा किया, इसी दौरान चालक ने ट्रैक्टर के मालिक को रास्ते में से फोन कर दिया और थोड़ी ही देर बाद सामने से एक स्कॉर्पियो वाहन में मुन्ना ठाकुर अपने साथ आठ-दस लोगों को हथियारों के साथ लेकर वहां आ गया। जीप में सवार लोगों ने कार से उतरते ही डिप्टी रेंजर के सिर पर फर्से से हमला कर दिया। जब फॉरेस्ट गार्ड नीरज राजौरिया डिप्टी रेंजर को बचाने गया तो उस पर लोहे की छड़ से प्रहार कर दिया। इस हमले में दोनों के सिर फट गए, इसके बाद हमलावरों ने उन पर कई ताबड़तोड़ प्रहार किए।
फॉरेस्ट गार्ड नीरज के अनुसार वह गाड़ी के गेट के पास था, इसलिए किसी तरह अंदर घुस गया, लेकिन हमलावर डिप्टी रेंजर पर ताबड़तोड़ प्रहार करते रहे, किसी तरह जब डिप्टी रेंजर गाड़ी के पास आए तो स्टाफ ने उनके दोनों हाथ पकडक़र गाड़ी में बिठा लिया और उनके पैर नीचे लटकते रहे। इसी अवस्था में वाहन को करीब आधा किलोमीटर तक दौड़ाकर स्टाफ ले गया, तब कहीं जाकर उनकी जान बच सकी। वनकर्मियों के अनुसार इस दौरान भी आरोपियों ने कार से उनका पीछा किया। घटना के बाद मामले की शिकायत खोड़ चौकी में दर्ज कराई गई, जिस पर पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा सहित मारपीट व गाली गलौंच की साधारण धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। घायल वनकर्मी पुलिस की इस कार्रवाई से असंतुष्ट हैं उनका कहना है कि आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की नीयत से प्राण घातक हमला किया है, सिर में नौ-नौ टांके आए हैं, उसके बावजूद पुलिस साधारण मारपीट की कायम कर रही है। घटना के बाद अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे सीसीएफ से घायलों ने न्याय की गुहार लगाई है।
वनरक्षक ने बताई हमले की कहानी
अवैध उत्खनन कर पत्थर से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को जब हमने पकड़ लिया तो कुछ देर बाद हमलावरों ने अपनी गाड़ी हमारे वाहन के आगे लगा दी तथा उसमें से उतरे अन्नू पुत्र रविंद्र चौहान ने हमारी गाड़ी के ड्राइवर पर 315 बोर का कट्टा अड़ाते हुए कहा कि गाड़ी आगे नहीं जाएगी। इस बीच डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता व बीटगार्ड नीरज राजौरिया पर रविंद्र चौहान उर्फ मुन्ना पुत्र महेंद्र सिंह चौहान, बृजेश पुत्र नारायणजू पाल, वीरन पुत्र रामचरण पाल, रामकुमार पुत्र हरीराम पाल निवासीगण नावली, ने धारदार हथियार सहित लाठी-लुहांगी से हमला कर दिया। किसी तरह हम वहां से अपनी जान बचाकर भाग सके।
यह बोले सीसीएफ
फॉरेस्ट चौकियों पर जल्द तैनात होगी एसएएफ
गुरूवार की सुबह घायलों से मिलने पहुंचे सीसीएफ वायपी सिंह ने पत्रिका से बात करते हुए इस तरह से फॉरेस्टकर्मियों पर लगातार हो रहे हमलों के संबंध में चिंता जताते हुए कहा कि वह अवैध उत्खनन व अवैध उत्खननकर्ताओं पर लगाम कसने के लिए चौकी सिस्टम को और मजबूत करेंगे, जिस पर उनका विभाग काम कर रहा है। इसके अलावा वन चौकियों पर एसएएफ को भी तैनात करने की दिशा में योजना बनाई जा रही है, जल्द ही फॉरेस्ट चौकियों पर एसएएफ के पुलिसकर्मी हथियारों के साथ तैनात नजर आएंगे।
यह बोले एसपी
फोरेस्टकर्मियों पर हुए हमले में एफआईआर दर्ज कर ली है, जब मेडिकल रिपोर्ट आएगी और उसमें यदि गंभीर चोटें पाई जाती हैं तो फिर उसमें धाराएं बढ़ाई जाएंगीं।
राजेश सिंह चंदेल, एसपी शिवपुरी