चांदपाठा झील में बोटिंग बंद, निराश होकर लौट रहे सैलानी
शिवपुरीPublished: Nov 04, 2023 11:49:40 pm
भदैया कुंड पर भी खत्म नहीं हुई वीरानी, बर्बाद हो रहा पर्यटन स्थल


चांदपाठा झील में बोटिंग बंद, निराश होकर लौट रहे सैलानी
शिवपुरी. रोजगार के नाम पर कोई उद्योग धंधा शिवपुरी जिले में नहीं है तथा कोई इंडस्ट्री अभी तक इसलिए नहीं लग पाई क्योंकि यहां पर माधव नेशनल पार्क है। इन हालातों के बीच शिवपुरी में पर्यटन उद्योग ही एकमात्र उपाय है, क्योंकि शिवपुरी में प्राचीन पर्यटन स्थलों की भरमार है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता व प्रशासन की उदासीनता के चलते न केवल यह पर्यटन स्थल बदहाल हो रहे हैं, बल्कि कुछ तो अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। शिवपुरी में आने वाले सैलानी जब इन स्थलों पर जाते हैं, तो वहां उन्हें सिर्फ निराशा ही हाथ लगती है। स्थानीय प्रशासन भी यहां टूरिज्म को बढ़ाने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहा, तथा जनप्रतिनिधियों ने भी शिवपुरी को सिर्फ अपने भाषणों में ही पर्यटन नगरी बनाने के दावे किए, लेकिन धरातल पर किसी ने कोई काम नहीं किया।
भदैया कुंड भी बचा रहा अपना अस्तित्व
शिवपुरी का सबसे प्राचीन पर्यटन स्थल व प्राकृतिक झरना भदैया कुंड है, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी यहां आया करते थे। अभी भी बाहर से आने वाले सैलानी यहां पर जाकर जब चौतरफा गंदगी देखते हैं, तो वे निराश हो जाते हैं। यहां का कैफेट एरिया अभी तक शुरू नहीं हो सका, जिसके चलते यह पर्यटन स्थल अपनी पहचान भी खोता जा रहा है। इस पर्यटन स्थल पर अधिकार को लेकर माधव नेशनल पार्क व प्रशासन के बीच चल रही खींचतान के चलते यह स्थल भी खत्म होने की कगार पर पहुंच गया।