आईसीयू पर फिर से लटक गए ताले
यहां उल्लेख करना होगा कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के निरीक्षण के उपरांत दिखावे के लिए जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड के ताले खुलवा दिए गए थे, परंतु पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर ताले लटका दिए गए हैं। खास बात यह है कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में आईसीयू वार्ड होना अनिवार्य है, इसके बावजूद जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड को चालू करने का प्रयास मेडिकल कॉलेज के कर्ताधर्ताओं ने नहीं किया है।
यहां उल्लेख करना होगा कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के निरीक्षण के उपरांत दिखावे के लिए जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड के ताले खुलवा दिए गए थे, परंतु पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर ताले लटका दिए गए हैं। खास बात यह है कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में आईसीयू वार्ड होना अनिवार्य है, इसके बावजूद जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड को चालू करने का प्रयास मेडिकल कॉलेज के कर्ताधर्ताओं ने नहीं किया है।
खतरे में आ सकती है मान्यता
यदि विशेषज्ञों की मानें तो शिवपुरी मेडिकल कॉलेज की मान्यता आईसीयू वार्ड के संचालन न होने को लेकर एक बार फिर खतरे में पड़ सकती है। इस संबंध में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने मेडिकल कॉलेज की डीन इला गुजरिया को चेतावनी देते हुए जल्द से जल्द इसे चालू कराने के लिए कहा था परंतु वह आईसीयू को चालू कराने में अक्षम साबित हुई हैं। वह एमसीआई को आईसीयू चालू कराने की सूचना भी नहीं दे पाई हैं। ऐसे में मेडिकल कॉलेज की मान्यता खतरे में आ सकती है।
यदि विशेषज्ञों की मानें तो शिवपुरी मेडिकल कॉलेज की मान्यता आईसीयू वार्ड के संचालन न होने को लेकर एक बार फिर खतरे में पड़ सकती है। इस संबंध में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने मेडिकल कॉलेज की डीन इला गुजरिया को चेतावनी देते हुए जल्द से जल्द इसे चालू कराने के लिए कहा था परंतु वह आईसीयू को चालू कराने में अक्षम साबित हुई हैं। वह एमसीआई को आईसीयू चालू कराने की सूचना भी नहीं दे पाई हैं। ऐसे में मेडिकल कॉलेज की मान्यता खतरे में आ सकती है।
हमने हर वार्ड के स्टाफ से यहां तक कि एसएनसीयू के स्टाफ से भी केनुला लगवाने का पूरा प्रयास किया परंतु बच्चे की नब्ज नहीं मिल पाई। इस कारण हम ड्रिप नहीं दे सके परंतु हमने अन्य सभी प्रयास किए बच्चे को कार्डियो दी गई, मसाज दी गई परंतु इस दौरान उसकी स्थिति बिगड़ती गई और उसके शरीर के अन्य आर्गन्स ने भी काम करना बंद कर दिया।
डॉ पीके दुबे, ड्यूटी डॉक्टर
डॉ पीके दुबे, ड्यूटी डॉक्टर
यह बात सही है कि मेडीकल कॉलेज के अस्पताल में आईसीयू वार्ड होना अनिवार्य है, परंतु मेडिकल स्पेशलिस्ट की कमी के कारण हम आईसीयू वार्ड को चलाने में सक्षम नहीं हैं। हम तीन से चार बार मेडिकल फेकल्टी के लिए विज्ञापन निकाल चुके हैं, परंतु कोई डॉक्टर नहीं मिल पा रहा। हम हायर अर्थोटी को सारी परिस्थितियों से अवगत करा रहे हैं।
डॉ केबी वर्मा, अधीक्षक मेडीकल कॉलेज
डॉ केबी वर्मा, अधीक्षक मेडीकल कॉलेज