शिवपुरी जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने नाक कान गला विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक गोयल एवं एनेसथीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर बबीता तोमर के सहयोग से ये जटिल आपरेशन किया. इस टीम ने 24 घंटे से अधिक समय तक जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे कृष जाटव मानो नवजीवन दे दिया है. इस बच्चे ने शाम को खेलते वक्त एक सिक्का गले में निगल लिया था जिसके बाद वह लगातार उल्टियां कर रहा था.
गले में सिक्का फंस जाने से उसको बहुत घबराहट भी हो रही थी. कृष यादव के पिता मटकन जाटव ने शिवपुरी के सारे प्राइवेट अस्पतालों में उसे दिखाया पर उनको केवल निराशा हाथ लगी.
शहर के सभी प्राइवेट अस्पतालों ने सिक्का निकालने से मना कर दिया. प्राइवेट डाक्टर्स का कहना था कि अब ये ऑपरेशन नहीं हो पाएगा क्योंकि सिक्का बहुत नीचे पहुंच चुका है.
इसके बाद वे अपने बेटे कृष को जिला चिकित्सालय में लेकर आए. यहां पर नाक कान गला विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक गोयल ने सर्वप्रथम बच्चे की जांच की. एक्सरे करवाने के बाद रिपोर्ट देखी और तत्काल बच्चे का ऑपरेशन करने का निर्णय ले लिया. सिक्का नली में बहुत नीचे पहुंचने से कृष को काफी तकलीफ हो रही थी. इसलिए डॉ बबीता तोमर ने उसे हल्का सा एनेस्थीसिया दिया.
डॉ अभिषेक गोयल ने दूरबीन द्वारा बिना किसी चीरा के सिक्का बाहर निकाल दिया. यह प्रक्रिया करने में मात्र 10 मिनट का समय लगा. बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है और उसकी छुट्टी भी कर दी गई है. डॉ अभिषेक गोयल ने बताया कि अब जिला चिकित्सालय में नाक कान गले के सारे ऑपरेशन उपलब्ध हैं लेकिन जानकारी के अभाव में लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में भटकना पडता है.