दो वर्ष तक कोरोना संक्रमण के चलते बंद हुए स्कूलों को सरकार ने प्रथम दौर में 50 प्रतिशत छात्र संख्या के साथ खोलने के निर्देश दिए तथा बाद में शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोलने के निर्देश दिए। दो वर्ष तक लगातार छुट्टियों की खुमारी शिक्षकों पर ऐसी छाई है कि वो टूटने का नाम नहीं ले रही। ग्रामीणों की सूचना के बाद पत्रिका टीम ने जब बदरवास विकासखंड के अंतर्गत आने वाले स्कूलों की पड़ताल की तो अधिकांश स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों में से एक दो ही मिले। ज्ञात रहे कि बदरवास के अंतर्गत 223 प्राथमिक, 93 माध्यमिक, 18 हाईस्कूल तथा 9 हायर सेकेंडरी शासकीय स्कूल संचालित हैं।
पत्रिका टीम को स्कूलों में यह मिले हालात
प्राथमिक स्कूल खैराई
केस 1. प्राथमिक स्कूल खराई में एक शिक्षक है, जबकि छात्र संख्या 43 है। स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है, इसलिए बच्चों को खुले मैदान में पढ़ाते हुए एक अतिथि शिक्षक मिला। जहां बच्चे पढ़ रहे थे, वहीं पास में जानवर भी बंधे हुए थे।
शासकीय प्रौन्नत उप्रावि रामपुरी
केस 2. यहां पर 15 बच्चे दर्ज हैं, जो स्कूल भवन के आसपास खेलते मिले, लेकिन यहां पदस्थ शिक्षक आसपास तो क्या दूर-दूर तक नजर नहीं आए। बच्चे समूह बनाकर एक जगह खेलत रहे थे। ऐसे में यह कैसे मान लें कि शिक्षा का स्तर सुधर सकता है।
केस 3. प्राथमिक व मिडिल में छात्र संख्या 211 है तथा तीन शिक्षक पदस्थ हैं, जबकि मौके पर ही दो शिक्षक मिले तथा छात्र संख्या भी 25 मिली। इसी गांव में हाईस्कूल है, जिसमें कक्षा 9 में 24 तथा दसवीं में 11 बच्चे दर्ज हैं। यहां पर मिथलेश मीणा की पोस्टिंग है, लेकिन उन्होंने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है।
मैं मामला दिखवाता हूं तथा खुद आस्मिक निरीक्षण करूंगा। इस दौरान जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की की जाएगी। जहां समय पर स्कूल नहीं खुल रहे, वहां पर भी कार्रवाई होगी।
-अजय के रोहित, बीईओ बदरवास
यदि ऐसा है तो मामला गंभीर है। लगातार भ्रमण करके निरीक्षण किया जाएगा तथा जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
-राजेश कम्ठान, बीआरसी बदरवास