ग्राम इंदार में रहने वले नीलम जाटव ने बताया कि मेरा बेटा रूपसिंह, छतरपुर में पुलिस आरक्षक के पद पर पदस्थ है। बीते 29 जुलाई को वह छतरपुर से घर इंदार आया था और उसने अपनी कोरोना की जांच करवाई थी। बकौल नीलम, मेरे बेटे की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन इंदार के पंचायत सचिव रमेश जाटव ने मेरे बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव बताते हुए उसकी सूचना जनपद के वाट्सअप ग्रुप में डाल दी थी। बीते 31 जुलाई को मेरे बेटे की सगाई के लिए लड़की वाले आए थे, लेकिन उन्हें जब पता चला कि मेरे बेटे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, तो वे बिना सगाई किए वापस चले गए, जबकि हमारा बेटा छतरपुर से छुट्टी लेकर इसी काम के लिए गांव आया था, लेकिन झूठी अफवाह फैलाने से उसकी सगाई टूट गई तथा वह नाराज होकर छतरपुर चला गया।
पीडि़त पिता ने अधिकारियों से यह मांग की है कि कोरोना पॉजिटिव की झूठी अफवाह फैलाने वाले पंचायत सचिव रमेश जाटव के खिलाफ कोविड-19 के तहत बनाए गए नियमों के तहत कार्रवाई की जाए, क्योंकि कोरोना पॉजिटिव होने की झूठी सूचना व अफवाह की वजह से मेरे बेटे सहित पूरा परिवार मानसिक रूप से प्रताडि़त रहा है।