हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों के पास ग्वालियर-चंबल संभाग के मुरैना व भिंड ऐसे जिले हैं,जिनसे तुलना करके वो अभी यह कह रहे हैं कि वहां जैसी स्थिति अभी नहीं हुई। कलेक्टर से लेकर पुलिस अधीक्षक तक यह मान रहे हैं कि पिछले दिनों हुई शादियों में उमड़ी भीड़ की वजह से शिवपुरी में हालात बिगड़ गए। लेकिन वे इस सवाल का जवाब नहीं दे रहे कि जब शादियां होने से पहले ही मंदिर से लेकर विवाह स्थल पर उमडऩे वाली भीड़ से प्रशासन को अगवत कराया,तब समय रहते सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए। स्थिति यह थी कि मंदिर में माता-पूजन करने आने वाले लोगों के चेहरों से मास्क गायब था तो विवाह समारोह में पंडितजी को छोडकऱ बाकी सब बिना मास्क के शादी में शामिल हुए थे। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर-दूर तक कहीं नजर नहीं आई रही थी।
बैठक में हुआ तय,7 दिन लॉकडाउन
जिला प्रशासन ने क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक सोमवार को आयोजित की गई,जिसमें कलेक्टर अनुग्रहा पी ने कहा है कि दो-तीन दिनों से जिले में लगातार पॉजिटिव केस आ रहे हैं, इसलिए सतर्क होकर सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा है कि सभी सोशल डिस्टेंस का पालन करें और मास्क अवश्य लगाएं। अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। उन्होंने कहा है कि मास्क ना लगाने वाले पर जुर्माना लगाया जाएगा और अब जुर्माना राशि में भी बढ़ोतरी की जाएगी। बैठक में यह निर्णय लिया कि संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सात दिन का लॉकडाउन रखा जाएगा। लेकिन इस दौरान सभी आवश्यक वस्तुएं जैसे दूध, दवा, सब्जियां आदि की आपूर्ति में कमी नहीं होगी। सब्जी के ठेले वार्ड वार जाकर सब्जी विक्रय करेंगे।
मंगलवार को शिवपुरी नगर पालिका सीमा क्षेत्र में लॉकडाउन रखा गया है। बुधवार को किराना दुकान खुलेंगी और इस प्रकार सात दिवस के लॉकडाउन में किराना दुकान एक दिन छोडकऱ खुलेंगी। धार्मिक स्थलों में केवल धर्मगुरु पूजा प्रार्थना करें। कलेक्टर ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान धार्मिक स्थलों पर भी भीड़ एकत्रित नहीं करना है। धार्मिक स्थलों पर धर्मगुरु पूजा प्रार्थना करें और आमजन को प्रवेश न दें। बैठक में पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा, अपर कलेक्टर आरएस बालोदिया, एसडीएम अरविंद बाजपेई, एसडीओपी शिवसिंह भदोरिया सहित व्यापारी संघ,इलेक्ट्रिकल्स होटल,सब्जी मंडी,पेट्रोल पंप संचालक सहित विभिन्न धर्मों के धर्मगुरु मौजूद रहे।