जानकारी के मुताबिक पिछोर विपणन सहकारी संस्था मर्यादित में अभी अशोक कुमार चौधरी संस्था प्रबंधक के पद पर हैं, लेकिन अब एकाएक संस्था में प्रशासक के पद पर पदस्थ चमन सिंह जाट ने एक सहायक विक्रेता पंकज गुप्ता को संस्था का प्रबंधक बना दिया।
इस संबंध में बिना किसी तात्कालिक आरोप-प्रत्यारोप संस्था प्रबंधक को बदले जाने से कार्य कर रहे अशोक चौधरी सकते में आ गया है और उन्होंने कलेक्टर से लेकर मंत्री आदि को मामले में प्रशासक के खिलाफ शिकायत कर प्रबंधक का प्रभार खुद को दिए जाने की मांग की है।
प्रबंधक के पद पर कार्य कर रहे अशोक कुमार चौधरी ने शिकायतों में उल्लेख किया कि 1 अप्रैल 2022 को प्रशासक चमन सिंह जाट ने नियम कायदों को धता बताकर पंकज गुप्ता को प्रबंधक का कार्यभार सौंपा है जबकि पंकज गुप्ता पर अनियमितता व भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं।
उस पर धारा 64 का प्रकरण एवं 19 लाख 7 हजार रुपए के गमन का केस डीआर कार्यालय में पंजीबद्ध है। आरोपों की श्रंखला में पूर्व में पंकज गुप्ता प्रबंधक थे और उनके भाई राजीव गुप्ता केरोसिन प्रभारी थे। राजीव गुप्ता को 72000 रुपए का केरोसिन उधार दिया गया, जिसकी राशि आज तक संस्था को नहीं मिली।
पंकज के प्रबंधकीय कार्यकाल में 140 कुंटल गेहूं भौती खरीद केंद्र का रखा गया था गेहूं खराब होने की दशा में संस्था से संलग्न उचित मूल्य की दुकान पर भिजवाया गया, लेकिन 140 क्विंटल गेहूं की राशि आज तक संस्था में जमा नहीं हुई।
गेहूं की राशि का भुगतान 1500 रुपए प्रति क्विंटल के मान से गुप्ता को व्यक्तिगत रूप से किया गया था, लेकिन ना तो विक्रेताओं को रसीद दी गई ना आपके द्वारा 140 कुंटल की राशि 210000 संस्था में जमा ना कर अपने पास रख ली गई। इसके अलावा पंकज गुप्ता के कार्यकाल में लगभग 17 लाख रुपए का बारदाना विक्रय किया गया और राशि मात्र 55000 रू जमा की गई। इससे संबंधित कोई रिकॉर्ड संस्था के पास नहीं है। इतना ही नहीं पंकज गुप्ता ने विक्रेता सहायक के पद पर 12 सो रुपए प्रति माह की अपनी नियुक्ति को 4200 रुपए में करवा ली।
प्रबंधक रहे चौधरी पर पंकज ने लगाए आरोप
नए प्रबंधक बने पंकज गुप्ता ने पूर्व प्रबंधक अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप बताए है और कहा कि अशोक चौधरी पर धारा 64 में 3 लाख 10 हजार रुपए गमन सिद्ध हुआ है वही एक डीआर द्वारा 4 लाख रुपए राशि के गमन पर कार्रवाई हुई है। साथ ही अशोक चौधरी प्रबंधक पर कई अन्य अनियमितताओं व गमन के आरोप सिद्ध हुए हैं जिसमें वह लिप्त है।
यह बोले प्रशासक
अशोक चौधरी के खिलाफ एक 7 लाख रुपए की अनियमितता की शिकायत आई थी। इसलिए अशोक को हटाकर पंकज को चार्ज दिया गया है। पंकज की वर्तमान में कोई शिकायत नही है।
- चमन सिंह जाट, प्रशासक, मार्केटिंग संस्था पिछोर