दुकानें खुलने के बाद भी बाजार में अन्य दिनों की तरह चहल-पहल नहीं रही, क्योंकि पिछले रविवारों में जिन लोगों ने लट्ठ खाए हैं, वे आज बाजार खुलने के बाद भी नहीं आए। जिसके चलते दुकानदार खाली बैठे रहे। वहीं दुकानदार यह कहते नजर आए कि इससे अच्छा तो टोटल लॉकडाउन ही था।
गौरतलब है कि 22 मार्च रविवार को पहले जनता कफ्र्यू लगा और फिर उसके बाद लॉकडाउन शुरू हुआ। उसके बाद हर रविवार शिवपुरी में टोटल लॉकडाउन होने लगा, जिसमें दूध व सब्जी भी बिकने नहीं आती थी।
इस दौरान यदि कोई बाजार में आता था, तो पुलिस उसे अपने तरीके से समझाकर वापस घर पहुंचाती थी। जिसके चलते शहरवासियों को भी यह आदत पड़ गई थी कि रविवार को घर से बाहर नहीं निकलना।
लॉकडाउन-4 शुरू होने के पहले रविवार को प्रशासन ने टोटल लॉकडाउन में भी ढील देते हुए बाजार की दुकानें सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक खोलने की परमिशन दी। लॉकडाउन से पहले भी रहता था रविवार अवकाश
शिवपुरी का बाजार रविवार को टोटल लॉकडाउन होने लगा। जबकि इससे पूर्व हर रविवार को शिवपुरी का बाजार बंद रहता था और पिछले दिनों जब कुछ दुकानें रविवार को खुली मिलीं थीं तो लेवर इंस्पेक्टर ने ऐसे दुकानदारों के चालान भी काटे थे।
चूंकि लेवर एक्ट के तहत सप्ताह में 1 दिन प्रतिष्ठान बंद करना जरूरी है, क्योंकि वहां काम करने वाले कर्मचारियों को 1 दिन का अवकाश जरूरी होता है।