शिवपुरी जिले की बदरवास ऐसी तहसील है, जहां सबसे अधिक वन भूमि पर कब्जा करके खेती की जा रही है। अभी तक तो यहां पर गुना-राजगढ़ की तरफ से भील आदिवासियों को लाकर कब्जा कराया जाता था, लेकिन अब पहली बार भिंड-मुरैना के हथियारबंद लोगों की मदद से कब्जा करने की तैयारी की जा रही थी। बॉर्डर पर स्थित सेनबसाई में फोरेस्ट की जमीन पर कब्जे को लेकर दो स्थानीय पक्ष आमने-सामने हैं। इनमें से एक पक्ष ने अपना प्रभाव दिखाकर कब्जा करने के फेर में मुरैना के हथियारबंद लोगों को आज कब्जे के लिए बुलवा लिया था। हथियारों से लैस 6 लोग फोरेस्ट की जमीन पर बंदूक के बल पर फोरेस्ट की जमीन पर लगे हरे-भरे पेड़ों को कटवाने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच दूसरे पक्ष सहित अन्य लोगों ने इस मामले की जानकारी स्थानीय विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को दी। रघुवश्ंाी ने इस मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए स्थानीय प्रशासन व पुलिस सहित भोपाल तक सूचना कर दी।
मामले की सूचना स्थानीय प्रशासन को लगने के साथ ही प्रदेश की राजधानी तक जब मामला पहुंचा तो फिर जिम्मेदार अधिकारियों के फोन घनघना उठे। देखते ही देखते पुलिस व फोरेस्ट की टीमें सेनबसाई की ओर रवाना हो गईं। उधर हथियारों की नोक पर कब्जे की तैयारी कर रहे लोगों को भी यह सूचना अपने सूत्रों से मिल गई कि आज बड़ी कार्रवाई के मूड में वन व पुलिस टीमें आ रही हैं। तो वे टीमों के पहुंचने से पहले ही मैदान छोडक़र भाग गए।
मुझे पता चला कि भिंड-मुरैना के लोग बंदूकों के साए में राजस्थान बॉर्डर से लगे सेन बसाई क्षेत्र में ग्रामीणों को रौब दिखाकर वन भूमि पर अतिक्रमण करने की तैयारी में हैं। तो मैंने तत्काल पुलिस एवं वन विभाग की टीम भेजा। अब इस तरह के कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
वीरेंद्र रघुवंशी, विधायक कोलारस
राजस्थान बॉर्डर से होकर बंदूकधारी आए थे और स्थानीय लोगों की शह पर कब्जा करने की तैयारी थी। लेकिन वो अपने मकसद में सफल नहीं हो पाए हैं और हमारी टीमों ने पुलिस के साथ पहुंचकर उन्हें खदेड़ दिया। अब हम सीमा पर भी गार्ड तैनात करेंगे।
एसएस तोमर, वन परिक्षेत्र अधिकारी बदरवास