गौरतलब है कि शिवपुरी के मुक्तिधाम को मानवता संस्था द्वारा आकर्षक पार्क के साथ-साथ फूल-पत्तियां भी लगाई गईं, ताकि इस अंतिम स्थान पर आने के बाद लोगों को दो पल सुकून के गुजारने के लिए बेहतर सुविधा मिल सके। इतनी बेहतर सुविधाओं के बीच पिछले एक माह से स्थिति यह है कि सांझ ढलते ही इस पूरे मुक्तिधाम पर अंधेरा छा जाता है। मंगलवार को शहर के पुरानी शिवपुरी में रहने वाले एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी का देहांत होने पर उनका अंतिम संस्कार करने के लिए शव को लेकर जब मुक्तिधाम में परिजन व रिश्तेदार पहुंचे तो वहां चौतरफा अंधेरा छाया हुआ था। अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोगों ने पहले तो मोबाइल की टॉर्च से काम चलाने का प्रयास किया, लेकिन जब बात नहीं बनी तो तीन-चार बाइक अंदर ले जाकर उन्हें स्टार्ट करके उसकी हैडलाइट की रोशनी में अंतिम संस्कार की क्रिया पूरी की।
मुक्तिधाम में कुछ लाइटें तो पिछले एक माह से बंद हैं और अब कुछ दिनों से सभी लाइटें बंद हैं। हमने कई बार नपा सीएमओ सहित अन्य जिम्मेदारों से भी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
अजय बंसल, पदाधिकारी मानवता संस्था