मृतकों को जारी प्रमाण-पत्र संदिग्ध
अंकित अस्थाना ने जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि मृतक व्यक्तियों के संबंध में जो तथ्य शिकायत में उल्लेखित हैं, जांच में उनकी मौत १०-१२ वर्ष के बीच में होना पाई गई। इसके अलावा ग्राम पंचायत द्वारा अनुक्रमांक ६ व ७ से मृतक व्यक्तियों को जारी किए गए प्रमाण पत्र संदिग्ध की श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा मृतक व्यक्तियों से निर्माण कार्यों में मजदूरी करना दर्शाए जाने संबंधी आरोप पुष्ट पाए जाने से तत्समय पदस्थ रहे सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक को धनराशि गबनका दोषी तथा वर्तमान सचिव श्याम बिहारी शर्मा को गुड्डी व बाबू के कूट रचित दस्तावेज तैयार कर मृत्यु दर्शाए जाने का दोषी पाया जाता है।
अंकित अस्थाना ने जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि मृतक व्यक्तियों के संबंध में जो तथ्य शिकायत में उल्लेखित हैं, जांच में उनकी मौत १०-१२ वर्ष के बीच में होना पाई गई। इसके अलावा ग्राम पंचायत द्वारा अनुक्रमांक ६ व ७ से मृतक व्यक्तियों को जारी किए गए प्रमाण पत्र संदिग्ध की श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा मृतक व्यक्तियों से निर्माण कार्यों में मजदूरी करना दर्शाए जाने संबंधी आरोप पुष्ट पाए जाने से तत्समय पदस्थ रहे सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक को धनराशि गबनका दोषी तथा वर्तमान सचिव श्याम बिहारी शर्मा को गुड्डी व बाबू के कूट रचित दस्तावेज तैयार कर मृत्यु दर्शाए जाने का दोषी पाया जाता है।
&मैने जांच रिपोर्ट कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीईओ को भेज दी थी। जांच में मृतकों से मजदूरी करवाए जाने के आरोप व फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की पुष्टि हुई है।
अंकित अस्थाना, एसडीएम
अंकित अस्थाना, एसडीएम