रविवार सुबह से मौसम पूरी तरह खुला हुआ था और धूप भी निकल आई थी। आसमान पर बादल की एक भी टुकड़ी न होने से लोग सुबह से निराश थे, क्योंकि धूप निकलने के साथ ही गर्मी का अहसास भी बढऩे लगा। दोपहर बाद धूप की तपन के चलते लोगों ने घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटाई। चूंकि आसमान साफ था, इसलिए मौसम में बदलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन दोपहर लगभग 12.30 बजे एकाएक आसमान पर बादलों की टुकड़ी आना शुरू हो गईं और फिर देखते ही देखते बादलों के साथ काली घटाएं पूर्व दिशा से उठीं। घटाओं को देखकर लग रहा था कि आज तो मानसून की बारिश होकर रहेगी, यह उम्मीद उस समय और बढ़ गई जब दोपहर 1 बजे रिमझिम बारिश शुरू हो गई। चूंकि उमस भरी गर्मी से लोग परेशान थे, इसलिए बच्चों एवं युवाओं ने रिमझिम में नहाकर मौसम का लुत्फ उठाया। लेकिन पंद्रह मिनिट तक रिमझिम बारिश के बाद काले बादल श्योपुर की तरफ पश्चिम में चले गए और आसमान फिर साफ हो गया। फुहारों के बाद उमस और भी अधिक बढ़ गई तथा स्थिति यह बनी कि कूलर व पंखे में बैठने के बाद भी पसीना बहता रहा। चूंकि पिछले कुछ दिनों से तो पूरे दिन आसमान साफ रहता था, लेकिन आज काली घटाएं छाने के बाद अब यह उम्मीद है कि शायद एक-दो दिन में अच्छी बारिश होगी।