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रिमझिम फुहारों ने दी उमसभरी गर्मी से राहत

locationशिवपुरीPublished: Jun 19, 2021 11:03:52 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

मौसम ने फिर करवट बदली और शनिवार का दिन रिमझिम फुहारों के बीच गुजरा। शाम को शहर के गुना नाके पर जहां तेज बारिश हुई, वहीं शहर में दिन भर बूंदाबांदी का दौर चलता रहा। मौसम में बदलाव होने से पारा भी नीचे सरक कर दो पायदान नीचे आ गया।

रिमझिम फुहारों ने दी उमसभरी गर्मी से राहत

रिमझिम फुहारों ने दी उमसभरी गर्मी से राहत

शिवपुरी. मौसम ने फिर करवट बदली और शनिवार का दिन रिमझिम फुहारों के बीच गुजरा। शाम को शहर के गुना नाके पर जहां तेज बारिश हुई, वहीं शहर में दिन भर बूंदाबांदी का दौर चलता रहा। मौसम में बदलाव होने से पारा भी नीचे सरक कर दो पायदान नीचे आ गया।
शनिवार की सुबह से मौसम खुला हुआ था और 6 बजे से धूप भी निकल आई थी, लेकिन उसके बाद एकाएक आसमान पर बादलों ने डेरा डाल दिया। उसके बाद बूंदाबांदी होना शुरू हो गई तथा हवाओं में नमी घुल जाने की वजह से मौसम सुहावना हो गया।
सुबह साढ़े दस बजे से रिमझिम का जो दौर शुरू हुआ तो वो पूरे दिन रुक-रुक कर चलता रहा। जिसके चलते कल तक जो अधिकतम तापमान 36 डिग्री था, वो आज 34 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। आसमान पर छाए बादलों को देखकर ऐसा लग रहा था कि आज तेज बारिश होगी, लेकिन पूरा दिन बूंदाबांदी में ही गुजरा। शाम लगभग साढ़े छह बजे शहर के मध्य हाईवे पर स्थित गुना नाके पर एकाएक तेज बारिश होने लगी और जो लोग गुना नाके से होकर शहर में आए तो वो पूरी तरह से भीगे हुए थे, लेकिन जब वो शहर में आए तो यहां पर पानी पूरी तरह से गायब था।
नमी बढ़ी तो पंखे भी देने लगी ठंडी हवा
शनिवार को पूरे दिन वातावरण में नमी होने से पंखों की हवा भी ठंडी लगने लगी। जबकि अन्य दिनों में उमस भरी गर्मी ने लोगों को इस कदर बेहाल कर दिया था कि कूलर की हवा भी ठंडक नहीं दे पा रही थी। आज मौसम खुशगवार होने की वजह से बाजार में भी दिन भर लोगों की आवाजाही बनी रही।
कृषि कार्य के लिए मुफीद मौसम
शिवपुरी में जब बारिश की शुरुआत हुई तो एक ही रात में हुई डेढ घंटे में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई। उसके बाद मौसम खुल गया तो खेतों की मिट्टी नरम हो जाने की वजह से किसानों को जुताई करने में आसानी हो गई। जुताई करने के बाद अधिकांश जगह पर बुबाई भी कर दी गई और अंकुरण के समय भी नमी की जरूरत होती है तो रिमझिम फुहारों से प्राकृतिक नमी भी मिल गई। इस तरह अभी तक मौसम किसानों के साथ है।
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