इसके बाद गुरुवार को फिर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उप स्वास्थ्य केन्द्र टोंगरा की एएनएम को निलंबित कर दिया गया, वहीं 9 आशा कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए गए। इतना ही नहीं दो आशाओं को स्वास्थ्य विभाग द्वारा निष्क्रिय घोषित करने की कार्रवाई भी की गई।
सीएमएचओ डॉ. पवन जैन ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी एवं अपर मुय सचिव द्वारा गत दिवस वीडियो कान्फ्रेंस के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के कई विषयों की समीक्षा की गई, जिसमें स्पष्ट रूप से रोगियों को गुणवत्ता युक्त सेवाएं देने के निर्देश दिए गए।
डॉ. जैन ने बताया कि स्वास्थ्य अमले द्वारा रोगियों को सेवाएं दी जा रही हैं या नहीं इसके लिए समीक्षा बैठक एवं औचक निरीक्षण किया जा रहा है।
जिसमें प्राप्त शिकायतों के आधार पर कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने ने बताया कि गुरुवार को उप स्वास्थ्य केन्द्र टोंगरा विकासखंड सतनवाडा में पदस्थ एएनएम कमलेश दुबे को समय पर उपस्वास्थ्य केन्द्र न खोलने, गांव के बीमार लोंगों को दवा न देने तथा टीकाकरण कार्ड में गलत जानकारी भरने के आरोप में निलंबित कर दिया गया।
निलंबन अवधि में इनका कार्यकाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बदरवास होगा। इसी प्रकार कार्यक्षेत्र के ग्राम में निवास न करने तथा स्वास्थ्य विभाग का कार्य न करने पर पूजा जाटव आशा ग्राम बूढ़ीबरोद तथा मुन्नी धाकड आशा कार्यकर्ता घुवानी को निष्क्रिय घोषित किया गया।
इन्हें जारी किया कारण बताओ नोटिस
सीएमएचओ डॉ. पवन जैन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का कार्य न करने की शिकायत के आधार पर ग्राम नीमडांडा की आशा कार्यकर्ता गीता बाथम, ग्राम चांड से गायत्री रावत, ग्राम मझेरा से आबदा बानो, बालरपुर से सोनी भील, सकलपुर से कृष्णा आदिवासी, गढ़ीबरोद ममता प्रजापति, ग्राम टोंगरा से अंगूरी रावत, बड़ागांव से संजो आदिवासी, विलोकला से विमलेश जाटव, दादौल से जगजीत कौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।