शिवपुरी शहर की अव्यवस्थित बसाहट है, जिसके चलते यहां पर रजिस्ट्री से लेकर डायवर्सन आदि भी नहीं किया जा रहा तथा अवैध कॉलोनियां भी लगातार बनती जा रही है?, के सवाल पर राज्यमंत्री बोले कि शिवपुरी में अभी तक टाउन एंड कंट्री का ऑफिस नहीं है, जिसके चलते लोगों को गुना तक जाना पड़ता है। साथ ही अवैध कॉलोनियों को वैध करने की जो प्रक्रिया लंबित है, उसे भी जल्द ही पूरी करवाएंगे। भोपाल जाकर मैं इस संबंध में बात करूंगा। शहर में दो करोड़ रुपए से अधिक की नालियां बन गईं, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहीं हैं?, के जवाब में राज्यमंत्री ने कहा कि नगरपालिका व नगर परिषद ऑटोनोमस बॉडी होती है और वो जनहित में अपने निर्णय लेती हैं, लेकिन यदि नालियों में कोई तकनीकी कमी है तो उसे हम दिखवा लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी में स्वास्थ्य विभाग के बाद यदि कोई दूसरा काम कर रहा है तो वो है नगरपालिका के सफाई कर्मचारी, क्योंकि वे लगातार साफ-सफाई में लगे रहते हैं।
सिंध प्रोजेक्ट पर यह बोले राज्यमंत्री
शिवपुरी शहर में सिंध जलावर्धन योजना अभी तक पूरी नहीं हो सकी? के जवाब में राज्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया व यशोधरा राजे सिंधिया के प्रयासों से यह योजना मूर्त रूप ले पाई है। एक कॉन्ट्रेक्टर को तो हटा दिया है तथा अब इसमें और क्या काम रह गए हैं और वे किस तरह से होंगे, यह मैं भोपाल जाकर पता करता हूं।
प्रधानमंत्री आवास के लिए उपलब्ध कराएंगे राशि
हर परिवार के सिर पर छत हो, यह प्रधानमंत्री का सपना है और इसे पूरा करने में जो भी रुकावटें आ रही हैं, उसे हम भोपाल पहुंचकर दिखवाते हैं, क्योंकि यह केंद्र की योजना है और आवास योजना में राशि की कोई कमी नहीं है। हमारा प्रयास होगा कि हर गरीब परिवार के सिर पर उसकी अपनी छत हो।
दो मंत्रियों के फेर में उलझे रहे अधिकारी
रविवार को सुबह 11 बजे नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री को आना था, इसलिए सुबह से ही सर्किट हाउस सहित आसपास की सड़कों पर चूने की लाइन डाल दी थी। नगरपालिका के अधिकारियों सहित मीडिया के लोग भी दोपहर 12 बजे से सर्किट हाउस में इंतजार करते रहे। इस बीच जब पुलिस कंट्रोल रूम से लोकेशन ली तो वो यह मैसेज देता रहा कि मोहना पार हो गए, अब सतनबाड़ा निकल गए, लेकिन बाद में पता चला कि कंट्रोल रूम राज्यमंत्री की जगह केबिनेट मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया की लोकेशन दे रहा था, जो शिवपुरी वायपास पर एक होटल में खाना खाकर सीधे भोपाल निकल गए। नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री शाम लगभग 4 बजे के बाद शिवपुरी सर्किट हाउस पहुंचे।