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बैंक के खातों में खुद के जमा लाखों रुपए, बाबजूद साहूकार का कर्जदार बन रहा किसान

locationशिवपुरीPublished: Dec 07, 2022 03:14:22 pm

Submitted by:

Samual Das

बैंक के खातों में खुद के जमा लाखों रुपए, बाबजूद साहूकार का कर्जदार बन रहा किसानबनिया भी उधार नही दे रहे घर-गृहस्थी का सामान, परेशान किसान, नही सुन रहा बैंक प्रबंधनसप्ताह में दो दिन ही हर किसान को बमुश्किल मिल पा रहे हजार रुपए

बैंक के खातों में खुद के जमा लाखों रुपए, बाबजूद साहूकार का कर्जदार बन रहा किसान

बैंक के खातों में खुद के जमा लाखों रुपए, बाबजूद साहूकार का कर्जदार बन रहा किसान

बैंक के खातों में खुद के जमा लाखों रुपए, बाबजूद साहूकार का कर्जदार बन रहा किसान
बनिया भी उधार नही दे रहे घर-गृहस्थी का सामान, परेशान किसान, नही सुन रहा बैंक प्रबंधन
सप्ताह में दो दिन ही हर किसान को बमुश्किल मिल पा रहे हजार रुपए
पिछोर। शिवपुरी जिले के पिछोर सहित पूरे जिले में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित इन दिनो कोलारस में डेढ़ साल पूर्व हुए बैंक घोटाले का दंश झेल रहे है। इतना ही नही बैंको के साथ हालात उन किसानों के ज्यादा खराब है, जिनके इन बैंको के खातो में जमा तो लाखों रुपए है, लेकिन जरूरत पडऩे पर वह पैसे खुद खाताधारक को नही मिल पा रहे।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शिवपुरी शाखा पिछोर क्षेत्र के लघु एवं एवं सीमांत कृषक एवं अन्य खाताधारी जुलाई 2021 में कोलारस बैंक में हुए घोटाले के बाद खासी मुसीबत में नजर आते दिखाई दे रहे है। अपने ही जमा पूंजी के लिए काम धंधा छोड़ सुबह से ही देर शाम तक पैसे लेने के लिए बैंक के सामने बैठे रहते है। बाद में कभी खाली हाथ तो कभी हजार दो हजार रुपए लेकर ही घर रवानगी डाली पड़ती है। भले ही घर पर साहूकार ही क्यों ना पैसे लेने के लिए इंतजार करता मिले। जिला सहकारी बैंक पिछोर शाखा में लगभग बीस हजार से अधिक छोटे बड़े किसान एवं गरीब तबके के लोगों के खाते हैं। दस हजार से अधिक ऐसे किसानों के खाते हैं जिनके पचास हजार से लेकर लाखों रुपए की बड़ी रकम खाते में जमा होगी, लेकिन इन पैसों को ना तो वह उपयोग में ले पा रहे हैं। ना ही किसी को दे पा रहे हैं। ऐसे कई किसान हैं जिनके यहां बेटी,बहन की शादी, किसी के निधन, तेरवी,बीमारी या नौकरी तथा पढ़ाई के लिए बड़ी रकम की जरूरत है। बैंक में पैसा भी जमा है, बावजूद मोटे ब्याज पर खाते धारियों को साहूकार से कर्ज लेकर कार्य संपन्न कराने पढ़ रहे हैं। सप्ताह में एक.दो दिन ही पैसा वितरण होता है, वह भी एक या दो हजार रुपए के रूप में जब खाता थारी विड्रोल पर्ची भरकर बैंक काउंटर पर पहुंचते हैं, तो जवाब मिलता है कि पैसा आया नहीं है। आएगा तो मिल जाएगा।
किसानों की पीड़ा उनकी जुबानी
पत्रिका टीम ने जब पीडि़त खाताधारक किसानों से बात की तो उन्होने कुछ इस तरह से अपनी आपबीती सुनाई।
-किसान लालाराम लोधी निवासी लभेड़ा का कहना है कि बहन की शादी है। खाते में ५ लाख रुपए से अधिक जमा है, लेकिन एक हजार रुपए ही मिले है। अब साहूकार से ब्याज पर कर्ज लेना पड़ेगा।
-किसान शिवचरण लोधी निवासी गजोरा ने बताया कि पिछले दिनों लडक़ी की शादी की हैं। अच्छी खासी रकम जमा होने के बाद भी बैंक से पैसा नहीं मिला। लिहाजा ब्याज पर कर्ज लेना पड़ा जिसका अब मोटा ब्याज दे रहा हूं।
– बलराम लोधी निवासी कुमरौआ ने बताया कि मकान बनाना है और उसके लिए पैसा चाहिए। बैंक दो हजार रुपए दे रहा है। कैसे काम चलेगा। कब तक इंतजार करूं, समझ नही आता। किसी से ब्याज से लूँगा और काम करवाऊंगा।
– फूल सिंह केवट निवासी पीपलखेड़ा ने बताया रोजमर्रा के खर्च के लिए उधार सामान पैसे लेकर बनिए का कर्जदार हो गया हूं। वह ब्याज मांग रहा है। पैसा बैंक में जमा है लेकिन मिल नही रहा और अब कर्जा चुकता नही कर पा रहा हॅू।
-विजय राम यादव निवासी ग्राम पटसेरा ने बताया कि खेती, मोटर पाइप, खाद के लिए साहूकार से पैसा लिया है। ब्याज बहुत हो गया है, खेती नहीं करता तो कर्ज चुकाता कैसे? रकम खाते में जमा है, पर बैंक से पैसे मिल नहीं रहेे।
– पिछोर के हनुमान बाग निवासी योगेश पांडे ने बताया कि उनके पिता भगवानदास पांडे का हार्ट का ऑपरेशन दिल्ली होना है। इसके लिए २ लाख का खर्चा आ रहा है। खाते में ५ लाख रुपए जमा है। अब इलाज कैसे कराए। समझ नही आ रहा।
यह बोले जिम्मेंदार-
-यह बात सही है कि पैसे न देने के कारण खातेदार काफी परेशान है। हमने शासन से पैसों की मांग की है। जल्द हमारा प्रस्ताव स्वीकृत होने वाला है। इसके बाद हम सभी खातेंदारों का भुगतान समय पर कर सकेंगे।
अरस्तू प्रभाकर, जनरल मैनेजर जिला सहकारी केन्द्रीय मर्यादित बैंक शिवपुरी

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