प्रशासन की इस कार्रवाई से फर्जी कार्ड बनाने वाले रैकेट में इतना भय व्याप्त हुआ कि कोई अज्ञात व्यक्ति बीपीएल शाखा में एक बैग रख गया, जिसमें पांच फर्जी कार्ड रखे मिले। नायब तहसीलदार को नपाकर्मियों ने बताया कि अभी तक 284 बीपीएल कार्ड बनाए गए। मामला उजागर होने के बाद अब नपाध्यक्ष का कहना है कि मुझे तो एक बीपीएल कार्ड बनाने पर जेल भेज दिया गया, अब जबकि ढाई सौ फर्जी कार्ड मिले हैं तो प्रशासन चुप क्यों है?। ज्ञात रहे कि पत्रिका ने 4 जुलाई के अंक में नपा में बनाए गए सैकड़ों फर्जी बीपीएल कार्ड, शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।
इस शख्स ने परिवार संग खेला खूनी खेल, अपनी बच्चियों को मारी गोली, पत्नी का किया ये हाल, हुई मौत
शुक्रवार की दोपहर नायब तहसीलदार गजेंद्र सिंह लोधी नपा कार्यालय के बीपीएल कार्ड शाखा में पहुंचे और वहां पर जब देखा तो उन्हें एक बीपीएल कार्ड ऐसा मिला, जिसका कोई आदेश न होने पर भी जारीकर्ता के उस पर हस्ताक्षर थे। वहीं 9 बीपीएल कार्ड ऐसे मिले, जिन्हें जारी करके देने की तैयारी थी। इन सभी दस कार्डों को जब्त करने के बाद बीपीएल कार्ड से संबंधित दस्तावेज वाली अलमारी को सील कर दिया। नायब तहसीलदार नपा से जब रवाना हो गए, तो कुछ देर बाद उसी शाखा की टेबल पर एक लाल बैग रखा मिला, जिसे खोलकर देखा तो उसमें 5 फर्जी बीपीएल कार्ड रखे मिले। चूंकि अभी तक सब कुछ पैसे ले-देकर चल रहा था, लेकिन जब मामला उजागर हुआ तो फर्जी कार्ड बनाने वाला रैकेट अब बीपीएल कार्ड सरेंडर करने लगा। माना जा रहा है कि रैकेट में ही शामिल कोई शख्स गुपचुप यह कार्ड वहां छोड़ गया।
आंखों के सामने फैली थी पूरी गृहस्थी लेकिन उसे समेट न सके, जानिए क्या हुआ इन परिवारों के साथ
फर्जी बीपीएल कार्ड के नाम पर 10 लाख से अधिक की वसूली
नपा में जो फर्जी बीपीएल राशनकार्ड बनाए गए, उन्हें बनाने के बदले में नपा में सक्रिय रैकेट ने लगभग 10 लाख रुपए से अधिक की अवैध वसूली कर ली। अधिकांश फर्जी बीपीएल कार्ड शहर के वार्ड क्रमांक 14 व 15 के सामने आए हैं। इस मामले में नपा के जांचकर्ता पूरन कुशवाह ने नोटशीट में उल्लेख किया है कि बीपीएल कार्ड शाखा के रामचंद्र तोमर, सुनीता कुशवाह व नीरज श्रीवास्तव के अलावा एक दलाल अखैराज का नाम सामने आया है। नपा दोषियों के खिलाफ एफआईआर के लिए कोतवाली में आवेदन देने की तैयारी में है।
मंदसौर हासदे से सबक लेकर इस HOSTEL प्रबंधन ने उठाया बड़ा कदम, जानिए क्या है फैसला
एसडीएम के निर्देश पर मैं नपा की बीपीएल शाखा में पहुंचा तो वहां पर 10 बीपीएल कार्ड जब्त किए हैं। वहां पर कर्मचारियों ने बताए कि 284 कार्ड बनाए जा चुके हैं। हमने दस्तावेज देखने के बाद अलमारी को सील कर दिया। जल्द जांचकरेंगे।
गजेंद्र लोधी, नायब तहसीलदार
हमने नोट शीट तैयार करवाकर संबंधित कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिए। अब हम उनके खिलाफ एफआईआर कराने के लिए पुलिस को भी आवेदन देंगे। जिसे हम तैयार करवा रहे हैं।
जीपी भार्गव, सीएमओ नपा शिवपुरी
मेरा तो एक बीपीएल कार्ड था, जिसके चलते मुझे ग्वालियर से गिरफ्तार करके जेल भिजवा दिया। अब ढाई सौ से अधिक फर्जी बीपीएल कार्ड सामने आए हैं, तो प्रशासन चुप क्यों है?।
मुन्नालाल कुशवाह, नपाध्यक्ष
नपा में इस तरह के कई मामले सामने आए, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से उन पर अंकुश नहीं लग पाया। इस मामले में पहली बार प्रशासन ने पहल की है। हम भी चाहते हैं कि अपात्रों के कार्ड न बनाए जाएं, जरूरतमंदों को लाभ मिले।
अनिल शर्मा, उपाध्यक्ष नपा