शहर में नगरपालिका के लगभग पांच सौ ट्यूबवेल हैं, जिनके माध्यम से विभिन्न वार्डों के कॉलोनी-मौहल्लों में पानी सप्लाई किया जाता है और शहर की लगभग 80 फीसदी आबादी को इन बोर से ही पानी मिलता है। इन बोर में डाली गई मोटर व केबल के अलावा अन्य सामान की खरीदी नगरपालिका द्वारा टेंडर बुलाकर की जाती है। मंगल कंस्ट्रक्शन को शिवपुरी नपा ने यह सप्लाई दी तो उसने फिनोलैक्स कंपनी की फर्जी सील लगाकर दिल्ली मेड केबल नपा में सप्लाई कर दी। जिसके चलते यह केबल पानी सप्लाई के दौरान जल्दी-जल्दी बस्ट होकर मोटर तक को फूंक रही हैं।
साल भर में 50 लाख की सप्लाई : नगरपालिका में उक्त फर्म द्वारा एक साल में 50 लाख रुपए कीमत की केबल सप्लाई देनी है। वर्तमान में फर्म से 9 लाख रुपए से अधिक कीमत का बिल दिया गया है। जिसे पास करने से पहले केबल की जो जांच करवाई, उसमें फर्जीवाड़ा सामने आ गया। नपा ने फिनोलैक्स कंपनी से भी संपर्क करके जब केबल का टुकड़ा भेजा, तो वहां से भी यही रिपोर्ट आई कि यह हमारी कंपनी का नहीं है, बल्कि इसमें फर्जी सील लगाई गई।
नपा में फर्जीबाड़ा, जनता परेशान
नगरपालिका में कमीशन का खेल इस कदर खेला जा रहा है कि पानी की मोटर से लेकर बोर में डाली जाने वाली केबल तक नकली सप्लाई की जा रही है। केबल की क्वालिटी कमजोर होने की वजह से लोड पड़ते ही वो जगह-जगह से बस्ट हो जाती है। जब केबल बस्ट होती है तो मोटर तक करंट फैलता है और पूरा सिस्टम ही फैल हो जाता है। ऐसे में वो बोर पानी देना बंद कर देता है और उस बोर से जुड़े लोग या तो खाली कट्टियां लेकर पानी की तलाश में निकलते हैं, या फिर प्राइवेट टैंकर मंगवाकर उससे पूर्ति कर रहे हैं।
गुपचुप नकली केबल वापसी की थी तैयारी
जांच में केबल नकली पाए जाने के बाद संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय नगरपालिका के सब इंजीनियर से लेकर एई तक ने सप्लाई में आई नकली केबल को गुपचुप वापस करने तथा उसकी जगह दूसरी केबल मंगवाने के लिए एक नोटशीट भी चला दी। लेकिन जब यह नोटशीट सीएमओ सीपी राय के पास पहुंची तो उन्होंने केबल वापस न करते हुए संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए अपनी टीप लगा दी। जिसके चलते नपा के इस घोटाले में शामिल सब इंजीनियर, एई सहित अन्य लोगों के प्रयास विफल हो गए।
जांच में केबल नकली पाए जाने के बाद संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय नगरपालिका के सब इंजीनियर से लेकर एई तक ने सप्लाई में आई नकली केबल को गुपचुप वापस करने तथा उसकी जगह दूसरी केबल मंगवाने के लिए एक नोटशीट भी चला दी। लेकिन जब यह नोटशीट सीएमओ सीपी राय के पास पहुंची तो उन्होंने केबल वापस न करते हुए संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए अपनी टीप लगा दी। जिसके चलते नपा के इस घोटाले में शामिल सब इंजीनियर, एई सहित अन्य लोगों के प्रयास विफल हो गए।
उपाध्यक्ष ने सीएमओ को यह लिखा पत्र
नपा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने सीएमओ सीपी राय को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि ठेकेदार ने नकली केबल सप्लाई करके नगरपालिका की राशि को हड़पने का अपराधिक कृत्य किया है। साथ ही नगरपालिका की छवि को धूमिल करने का प्रयास भी किया गया। इसलिए संंबंधित ठेकेदार के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए।
नपा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने सीएमओ सीपी राय को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि ठेकेदार ने नकली केबल सप्लाई करके नगरपालिका की राशि को हड़पने का अपराधिक कृत्य किया है। साथ ही नगरपालिका की छवि को धूमिल करने का प्रयास भी किया गया। इसलिए संंबंधित ठेकेदार के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए।
हमने संंबंधित फर्म को काली सूची (ब्लैक लिस्ट) में डालने के लिए लिख दिया है। यह मिस ब्रांडिंग का केस है, इसलिए जिस कंपनी की फर्जी सील लगाई गई, वो कंपनी संंबंधित ठेकेदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए। अब उस फर्म से केबल की खरीद नहीं करेंगे।
सीपी राय, सीएमओ नपा शिवपुरी
सीपी राय, सीएमओ नपा शिवपुरी