लुकवासा/शिवपुरी। जिले के कोलारस स्थित लुकवासा के ग्राम साखनोर में एक किसान ने रविवार की सुबह अपने प्रधानमंत्री आवास में फांसी लगाकर जान दे दी। किसान को कुछ दिन पूर्व ही पीएम आवास योजना के तहत कुटीर मिली थी। मृतक के परिजनों ने बताया कि वो कर्ज से परेशान था और उसकी 1.5 बीघा जमीन साहूकार के पास गिरवी रखी है। किसान की पत्नी भी 3 माह पूर्व छोडक़र चली गई, इसलिए पुलिस मामले को पत्नी वियोग से जोड़ रही है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक साखनोर निवासी किसान चरण (35) पुत्र ग्यारसी जाटव का शव रविवार सुबह उसकी ही कुटीर में लटका मिला। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम कराकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतकके रिश्तेदार सीताराम का कहना है कि चरण मजदूरी करके
काम चलाता था और कर्ज के चलते उसकी डेढ़ बीघा जमीन तक साहूकार के पास गिरवी रखी थी। तंगहाली में जीवन व्यतीत कर रहा चरण जाटव, मजदूरी करके किसी तरह जीवन-यापन कर रहा था। गरीबी व कर्ज के चलते ही चरण का अपनी पत्नी से विवाद भी हो गया था और वो पिछले तीन माह से अपने मायके में रह रही है। पुलिस भी कर्ज की बात को दबाकर पत्नी वियोग से मामला जुड़ा होने की बात बोल रही है। पुलिस ने शव का पीएम कराकर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
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उपचुनाव में मुद्दा बन सकता है किसान का मामला
एक तरफ जहां प्रदेश की भाजपा सरकार किसानो की सरकार होने का दावा करती है। साथ ही मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान भी अभी कोलारस उपचुनाव के चलते ५ बार कोलारस विधानसभा में सभाएं ले चुके है। ऐसे में एक किसान की कर्ज के चलते मौत चुनाव में फिर से मुद्दा बन सकती है।
इनका कहना है।
अभी तो मृतक की पत्नी जाने से परेशान होने की बात सामने आई है। कर्ज जैसी बात तो सामने नही आई है। जांच के बाद ही हकीकत सामने आ पाएगी।
कादिर खान, चौकी प्रभारी लुकवासा, शिवपुरी