शिवपुरी

मंडी में बारदाना न मिलने पर किसानों ने पिछोर-चंदेरी मार्ग पर लगाया जाम

दो घंटे तक बंद रहा मार्ग, किसानों ने रिश्वत मांगने के भी लगाए आरोप
 

शिवपुरीJan 25, 2019 / 11:19 pm

Rakesh shukla

मंडी में बारदाना न मिलने पर किसानों ने पिछोर-चंदेरी मार्ग पर लगाया जाम

शिवपुरी/पिछोर। कृषि उपज मंडी में किसानों ने सप्ताह भर से बारदाना न मिलने सहित फसल बेचने के लिए रिश्वत मांगे जाने के आरोपों के साथ गुरूवार को पिछोर-चंदेरी मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित किसानों ने करीब दो घंटे तक रास्ता जाम रखा, तहसीलदार द्वारा दी गई समझाइश के बाद किसानों ने बमुश्किल जाम खोला।
जानकारी के अनुसार पिछोर कृषि उपज मंडी में सेवा सहकारी संस्था पिछोर, सेवा सहकारी संस्था कमालपुर, सेवा सहकारी संस्था गरैठा तथा विपणन सहकारी संस्था पिछोर द्वारा खरीदी की जा रही है। इन सभी संस्थाओं पर किसानों को सप्ताह भर से बारदाना नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा सिलाई व तुलाई के एवज में पैसों की मांग व उपज को घटिया बताकर वापस कर देने से परेशान होकर किसानों ने गुरुवार को कृषि उपज मण्डी समिति पिछोर के सामने ट्रैक्टर-ट्रॉली रखकर पिछोर-चंदेरी मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया। यह चक्काजाम लगभग दो घण्टे लगा रहा। नायब तहसीलदार दिनेश चौरसिया ने उन्हें समझाइश देकर टोकन दिलवाए तथा बारदाना दिलाने का भरोसा दिलाया तब किसानों ने जाम खोला।
जो पैसा देता है उन्हें मिलता है बारदाना
किसान सेवराज पुत्र रामसेवक लोधी निवासी बघरवारा, अतरसिंह मोहनगढ़, रामसेवक पुत्र धाराजीत लोधी बघरवारा, रामकिशन पुत्र पन्नीलाल लोधी बदरवास ने आरोप लगाया कि संस्था प्रभारी हमारे साथ पक्षपात कर रहे हैं। हम पिछले पांच-सात दिन से खुले आसमान के नीचे अपनी उपज बेचने के इंतजार में पड़े हैं, किन्तु संस्थाओं द्वारा हमें बारदाना नहीं दिया जा रहा और जो पैसा देता है उन्हें बारदाना दे दिया जाता है। साथ ही जो पैसे नहीं देता उसकी उपज को घटिया किस्म का बताया जा रहा है, जबकि किसानों के पंजीयन पर व्यापारियों की घटिया किस्म की उड़द व मूंगफली की तुलाई की जा रही है।
 

कम तोल की दी जा रही है पर्ची
किसानों ने आरोप लगाया है कि जितनी मात्रा में उड़द तथा मूंगफली डाली जाती है, तोल पर्ची में 15-20 किलोग्राम कम की पावती दी जा रही है। किसान नाथुराम लोधी ने सेवा सहकारी संस्था पिछोर पर 29 बोरी उड़द 51 किलोग्राम के तोल से डाले। इस हिसाब से उसे 14 क्विंटल50 किलो की पावती दी जानी थी जबकि उसे पावती 14 क्विंटल 33 किलो की दी गई।
 

दो दिन पहले मैंने अपन उड़द तुलवाया था लेकिन रसीद अभी तक नहीं दी गई है। मुझसे सिलाई, तुलाई और बारदाने के पैसे मांगे थे, जो मैनें दिये थे। इस प्रकार प्रति क्विंटल उड़द पर मेरे 200 रुपए तक खर्च हुए।
अजब सिंह लोधी, जराय

कमी के कारण किसानों को बारदाना नहीं मिल पा रहा था, इस कारण उन्होंने कुछ समय के लिए जाम लगाया। उन्हें समझाकर टोकन जारी करा दिए गए हैं, बारदाना आते ही वितरित करा दिया जाएगा।
दिनेश चैरसिया, नायब तहसीलदार
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