पिता को बचाने के चक्कर में बेटी भी गिरी
बैराड़ के ग्राम टोड़ा में कुएं में अपने पिता को गिरता देख उसे बचाने गई पुत्री भी कुएं में गिर गई जिसे पुलिस ने रेस्क्यू कर कुएं से बाहर निकाला और इलाज के लिए बैराड़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। ग्राम टोड़ा के सरपंच जगदीश आदिवासी द्वारा रविवार को बैराड़ पुलिस थाने पर सूचना दी गई कि मेरे खेत पर जो कुआं बना है उसमें कोई व्यक्ति गिर गया है सरपंच के साथ गांव के लोग इकहट्ठा होकर जब कुएं के पास पहुंचे तो देखा कि गांव का मदन पुत्र मूला आदिवासी उम्र 60 साल निवासी टोड़ा सूखे कुएं में मृत पड़ा था उसकी लड़की मंजू आदिवासी उम्र 20 साल उसके पास बैठी रो रही थी। जब गांव वालों ने मंजू से पूछा कि कुएं में कैसे गिरी तो उसने बताया कि पिता को कुएं में गिरता देख वो उन्हें बचाने आई और खुद भी कुएं में गिर गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बैराड़ पुलिस ने मंजू आदिवासी और उसके पिता मदन आदिवासी को ग्रामीणों के सहयोग से सूखे कुएं से निकालकर डायल हंड्रेड से बैराड़ अस्पताल भेजा जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद मदन आदिवासी को मृत घोषित कर दिया वहीं मंजू आदिवासी का अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
सूखे कुएं में है सांपों का डेरा
जिस कुएं में पिता-पुत्री गिरे थे वो काफी गहरा है और पानी न होने के कारण अब उसमें सांप रहते हैं। घटना के वक्त भी कुएं की पार पर एक अजगर बैठा हुआ था। राहत की बात ये है कि जब तक युवती कुएं में थी उस पर किसी जहरीले सांप ने हमला नहीं किया।