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कोरोना का डर : बुखार आने पर पूर्व पार्षद ने पॉजीटिव मरीज से पूछे लक्षण

locationशिवपुरीPublished: Apr 02, 2020 10:16:44 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

आकाश ने खुद की तकलीफ का उन लक्षणों से मिलान किया और जब वैसे लक्षण खुद में नहीं मिले, तो राहत की सांस ली।

कोरोना का डर : बुखार आने पर पूर्व पार्षद ने पॉजीटिव मरीज से पूछे लक्षण

कोरोना का डर : बुखार आने पर पूर्व पार्षद ने पॉजीटिव मरीज से पूछे लक्षण

शिवपुरी। कोरोन का डर लोगों में इस तरह समाया है कि सर्दी-जुकाम होने या बुखार आने पर लोग चिंतित हो रहे हैं। पूर्व पार्षद आकाश शर्मा को 102 डिग्री बुखार आया तो उसने जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती पॉजीटिव मरीज समीर से लक्षण पूछे। इतना ही नहीं पत्रिका से चर्चा में समीर ने स्वास्थ्य अमले से कई सवाल किए हैं, जिनका जवाब वो मांग रहा है।
पूर्व पार्षद आकाश को दो दिन से बुखार क्या आया, तो वो चिंतित हो गया। गुरुवार की सुबह पूर्व पार्षद ने कोरोना पॉजीटिव मरीज समीर खान से पूछा कि उसके शरीर में क्या लक्षण हैं, फिर आकाश ने खुद की तकलीफ का उन लक्षणों से मिलान किया और जब वैसे लक्षण खुद में नहीं मिले, तो राहत की सांस ली। यह स्थिति केवल आकाश की नहीं, बल्कि अधिकांश उन लोगों की है, जिन्हें मौसम में हो रहे बदलाव के चलते जिन लोगों को हल्का सर्दी-जुकाम भी हो रहा है, उन्हें भी बाहर के लोग तो दूर परिवार वाले ही शंका की दृष्टि से देख रहे हैं, जबकि हर साल इस सीजन में यह मौसमी बुखार व सर्द-गर्म से जुकाम-खांसी होती है।

समीर ने स्वास्थ्य विभाग से कुछ सवाल: आईसोलेशन वार्ड के डॉक्टर के जवाब

सवाल: आईसोलेशन वार्ड में क्या-क्या इंस्ट््रूयूमेंट होना चाहिए, वो क्या शिवपुरी में हैं?
जवाब- इलाज के लिए सभी आवश्यक सामान मौजूद हैं, वेंटीलेटर भी आ गया है, लेकिन इसकी जरूरत अभी महसूस नहीं हुई।

सवाल: क्या वार्ड में पॉजीटिव मरीज को सेनेटाइजर देना चाहिए या नहीं?
जवाब- आईसोलेशन वार्ड को हाइपो सॉल्यूशन से साफ किया जाता है, जिससे पूरा वार्ड सेनेटाइज किया जा रहा है।

सवाल: पॉजीटिव मरीज को क्या गर्म पानी देना चाहिए या नहीं? मुझे नहीं दिया गया।
जवाब- कोरोना की केस हिस्ट्री में ऐसा कुछ नहीं है।

सवाल: पॉजीटिव पेशेंट की जांच कितने दिन में होनी चाहिए?
जवाब- वो डिपेंड करती है कि मरीज की स्थिति कैसी है। आज डल्यूएचओ से बैठक में बताया कि 7 व 14 दिन में जांच कराई जानी चाहिए।

सवाल: आने वाली रिपोर्ट की जानकारी मरीज को दी जानी चाहिए या नहीं?
जवाब- सैंपल रिपोर्ट आने पर मरीज को बताई जाती है, क्योंकि यह जरूरी भी है, ताकि उसके मन का वहम दूर हो सके।

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