scriptहर रोज टूट रहीं चार शादियां | Four marriages broken every day | Patrika News

हर रोज टूट रहीं चार शादियां

locationशिवपुरीPublished: Dec 21, 2017 04:04:20 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

आर्थिक संकट परिवारों में झगड़े की सबसे बड़ी वजह…

Family fights, broken marriages, economic crisis, single family, joint families, relationships wire-strings

शिवपुरी. जैसे-जैसे लोग एकल परिवार और सभ्यता की ओर बढ़ रहे हैं, वैसे वैसे पति-पत्नी के बीच की झगड़े बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि पिछले छह माह में हर रोज औसत चार शिकायतें महिला थाने और न्यायालय पहुंच कर शादियां टूटने की कगार पर पहुंच गई हैं। आंकडों पर नजर दौड़ाएं तो न्यायालय अथवा परिवार परामर्श केन्द्र ने कई दौर की काउंसलिंग के बाद आधे मामलों में राजीनामा कराकर कई परिवारों को टूटने से बचाया है। परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक इंदौरिया का कहना है कि पति-पत्नी के बीच झगड़ों की सबसे बड़ी वजह आर्थिक परेशानी बन रहा है। उनके अनुसार जैसे ही परिवार में आर्थिक संकट आता है तो पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो जाते हैं और परिवार में निपटारा न होने से कारण यह झगड़े थाने और न्यायालय की दहलीज पर पहुंच जाते हैं।

कई रिश्ते हो रहे तार-तार
परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक का कहना है कि उनके सामने एक बार तो ऐसा मामला सामने आया कि एक व्यक्ति ने आर्थिक संकट के कारण अपनी पत्नी और उसी के एक मित्र के बीच संबंध कायम करवा दिए। इसका परिणाम यह हुआ कि कुछ समय बाद मामला उनके यहां आया और पत्नी का कहना था कि वह अब दोस्त के साथ ही रहेगी। इस विवाद की बमुश्किल काउंसलिंग की जा सकी।
रिश्ते टूटने की ये भी है वजह
पति पत्नि के बीच का अहम।
मोबाइल यूज के कारण दोनों के बीच में बढ़ती कॉन्सप्रेंसी व एक दूसरे पर भरोसा न होना।
लडक़ी के माता-पिता का उसके घर में जबरन का दखल व अपनी बात को मनवाना।
परिवारों की अशिक्षा और रूढि़वादिता।
-पति के नशे की आदत और उदर पूर्ति में परेशानी
परिवार परामर्श केन्द्र और न्यायालय में पति-पत्नी के जो भी मामले पहुंच रहे हैं उनकी मुख्य वजह अर्थाभाव, मोबाइल, पति-पत्नी का ईगो, संदेह सहित तमाम वजह हैं। अधिकतर मामलों की मुख्य वजह प्राथमिक स्तर पर विवाद का निपटारा न हो पाना है।
आलोक इंदौरिया, जिला संयोजक परिवार परामर्श केन्द्र
सिंध आगमन महोत्सव व जलाभिषेक यात्रा कल
शिवपुरी. नगर की सिद्धेश्वर महादेव सेवा समिति के तत्वाधान में 22 दिसम्बर को ‘सिंध आगमन महोत्सव एवं जलाभिषेक यात्रा’ ढोल, नगाड़े, डीजे, बैण्ड के साथ निकाली जा रही है। यह यात्रा ग्वालियर बायपास से शुरू होकर नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई सिद्धेश्वर मंदिर पर संपन्न होगी।
समिति के कार्यक्रम प्रभारी राजेन्द्र गुप्ता व सहयोगी दिनेश गर्ग ने बताया कि सिंध आगमन महोत्सव व जलाभिषेक यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में इस जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने की नगरवासियों से अपील की है कि वह भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक के बाद कलश को अपने घर ले जाएं और प्रतिदिन पूजन करें। यहा बता दें कि अंचल की महत्वाकांक्षी मानी जाने वाली सिंध जलावर्धन का पानी नगर के ग्वालियर बायपास तक पहुंचने की जानकारी लगते ही हर नगरवासी उत्साहित हैं। इस उत्साह को और दोगुना करने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो