शासन द्वारा शुरू की गई सूत्र बस सेवा की बसों के संचालन के साथ ही शिवपुरी बस स्टैंड पर बस ऑपरेटरों में गुटबाजी नजर आने लगी थी। इसी के चलते यहां बसों के संचालन को लेकर रोजाना झगड़े होने लगे थे, यहां तक कि बसों की तोड़-फोड़ तक की गई। जिला प्रशासन के दखल और कई बैठकों के बाद वह विवाद शांत हुआ। अभी विवाद खत्म हुए मुश्किल से पखवाड़ा भर ही बीता होगा उससे पहले ही एक बार फिर विवाद उत्पन्न होने लगा है। बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष रणवीर सिंह यादव का कहना है कि सूत्र सेवा की बसों के लिए नगर पालिका ने जो बस स्टैंड पीछे की तरफ दिया था अब यह बसें वहां खड़ी नहीं होतीं, क्योंकि इन बसों का संचालन अब सिंहनिवास के हल्के रावत व भीकम रावत सहित 8-10 अन्य लोगों द्वारा दबंगई दिखा कर किया जा रहा है। बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है कि यह लोग सूत्र सेवा की इन बसों का संचालन उनके निर्धारित बस स्टैंड से न कराकर पुलिस चौकी के पास से कर रहे हैं। इस बात की जानकारी पुलिस को दे दी गई है परंतु पुलिस मौन है। बस ऑपरेटरों ने पुलिस और प्रशासन पर असुनवाई का आरोप लगाते हुए 10 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
पूर्व में बस स्टैंड पर चल चुकी हंै गोलियां
यहां उल्लेख करना होगा कि पूर्व में पुलिस व प्रशासन द्वारा बस स्टैंड पर बनने वाली तनाव की स्थित और छोटे मोटे झगड़ों को नजरंदाज किए जाने के कारण यहां पर पूर्व में गोलियां चल चुकी हैं। इसके अलावा पुराने बस स्टैंड पर भी दर्जनों पर मारपीट, हत्या के प्रयास और गोली चालन जैसी स्थितियां सामने आई हैं। अगर इस बार भी प्रशासन जल्द अलर्ट नहीं हुआ तो हालात एक बार फिर बिगड़ सकते हैं।
यहां उल्लेख करना होगा कि पूर्व में पुलिस व प्रशासन द्वारा बस स्टैंड पर बनने वाली तनाव की स्थित और छोटे मोटे झगड़ों को नजरंदाज किए जाने के कारण यहां पर पूर्व में गोलियां चल चुकी हैं। इसके अलावा पुराने बस स्टैंड पर भी दर्जनों पर मारपीट, हत्या के प्रयास और गोली चालन जैसी स्थितियां सामने आई हैं। अगर इस बार भी प्रशासन जल्द अलर्ट नहीं हुआ तो हालात एक बार फिर बिगड़ सकते हैं।
हड़ताल से कहां-कहां यात्री होंगे परेशान
बस ऑपरेटरों द्वारा हड़ताल पर जाने के कारण गुना, ग्वालियर के अलावा पोहरी, बैराड़, श्योपुर, करैरा, झांसी, पिछोर, अशोकनगर, खनियांधाना, सहित तमाम रूटों पर जाने वाली लगभग २५० बसों के पहिए थम जाएंगे। इस कारण इन क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। गुना, ग्वालियर के यात्री तो सूत्र सेवा की बसों सहित ट्रेन का उपयोग कर सकेंगे लेकिन अन्य रूटों पर यात्री परेशान होंगे।
बस ऑपरेटरों द्वारा हड़ताल पर जाने के कारण गुना, ग्वालियर के अलावा पोहरी, बैराड़, श्योपुर, करैरा, झांसी, पिछोर, अशोकनगर, खनियांधाना, सहित तमाम रूटों पर जाने वाली लगभग २५० बसों के पहिए थम जाएंगे। इस कारण इन क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। गुना, ग्वालियर के यात्री तो सूत्र सेवा की बसों सहित ट्रेन का उपयोग कर सकेंगे लेकिन अन्य रूटों पर यात्री परेशान होंगे।
मनमर्जी से हो रहा है सूत्र सेवा बसों का संचालन
पुलिस और प्रशासन द्वारा हमारी सुनवाई नहीं की जा रही है, बस स्टैंड पर गुंडई हो रही है। सूत्र सेवा की बसों को निर्धारित बस स्टैंड और निर्धारित समय से चलाने की बजाय दबंगों द्वारा मनमर्जी से संचालन किया जा रहा है। इस कारण हम सभी बस ऑपरेटर बसों का संचालन बंद कर रविवार से हड़ताल पर चले जाएंगे।
रणवीर सिंह यादव,यूनियन अध्यक्ष
पुलिस और प्रशासन द्वारा हमारी सुनवाई नहीं की जा रही है, बस स्टैंड पर गुंडई हो रही है। सूत्र सेवा की बसों को निर्धारित बस स्टैंड और निर्धारित समय से चलाने की बजाय दबंगों द्वारा मनमर्जी से संचालन किया जा रहा है। इस कारण हम सभी बस ऑपरेटर बसों का संचालन बंद कर रविवार से हड़ताल पर चले जाएंगे।
रणवीर सिंह यादव,यूनियन अध्यक्ष
हम प्रयास करेंगे न हो हड़ताल
बस ऑपरेटर यूनियन के कुछ लोग मेरे पास आए थे, मैंने उनकी जिलाधीश से मुलाकात करवाई तथा उनकी समस्या से अवगत कराया। तब जिलाधीश ने आश्वासन दिया था कि नपा सीएमओ को निर्देशित करेंगी कि निर्धारित स्थान से ही सवारियां ली जाएं। हमारा प्रयास रहेगा कि हड़ताल जैसा कदम न उठाया जाए, जिससे आमजन को परेशानी न हो।
मधु सिंह, जिला परिवहन अधिकारी
बस ऑपरेटर यूनियन के कुछ लोग मेरे पास आए थे, मैंने उनकी जिलाधीश से मुलाकात करवाई तथा उनकी समस्या से अवगत कराया। तब जिलाधीश ने आश्वासन दिया था कि नपा सीएमओ को निर्देशित करेंगी कि निर्धारित स्थान से ही सवारियां ली जाएं। हमारा प्रयास रहेगा कि हड़ताल जैसा कदम न उठाया जाए, जिससे आमजन को परेशानी न हो।
मधु सिंह, जिला परिवहन अधिकारी
सूत्र सेवा की बसों पर यदि कोई अटैक हुआ तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम तो व्यवस्था को बनाने के लिए हैं, बाकी सवारियों को कहां से लेना व छोडऩा है, वो संबंधित विभाग वाले ही जानें।
राजेश हिंगणकर, एसपी शिवपुरी
राजेश हिंगणकर, एसपी शिवपुरी