गौरतलब है कि सोमवार व मंगलवार को शहर में टोटल लॉकडाउन किया गया तथा उसके बाद प्रशासन ने शहर के व्यापारियों के साथ बैठक करके यह तय किया कि आगामी सात दिन के लिए शहर सहित जिले में लॉकडाउन लगाया गया, जिसमें यह तय किया गया कि किराना व जनरल स्टोर की दुकानें खोली जाएंगी तथा अगले दिन वे सभी बंद रहेंगी। इसी क्रम में बुधवार को शिवपुरी शहर में किराना व जनरल स्टोर खोले गए, लेकिन उन्हें शुक्रवार को बंद रखना था, लेकिन गुरुवार को किराना, कपड़े की दुकान व कम्प्यूटर सेंटर खुले रहे, जबकि बुधवार को अस्पताल चौराहे पर खुली एक टायपिंग सेंटर की दुकान को बंद करवाकर पुलिस ने जुर्माना किया था। ऐसे में यह प्रशासन व पुलिस का दोहरा रवैया गुरुवार के लॉकडाउन में नजर आया, क्योंकि बुधवार को बाजार में पुलिस व नपा का अमला नजर आया, वहीं गुरुवार को यह लोग कहीं नजर नहीं आए।
कपड़े की दुकानें पूरी तरह प्रतिबंधित
प्रशासन ने शहर में मौजूद कपड़ों की दुकानें पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी हैं, क्योंकि शादियों में सबसे अधिक कोरोना का संक्रमण फैला है, इसलिए प्रशासन ने यह सोचकर कि शादी की खरीदारी करने के लिए रेडीमेड व कपड़ों की दुकानों पर गए होंगे, इसलिए उन्हें पूरे सात दिन के लिए बंद करवाया गया। यह इसलिए किया कि यदि इन दुकानों पर कोई संक्रमित आया होगा, तो इतने दिनों में संबंधित व्यक्ति के अंदर लक्षण नजर आने लगेंगे। तब उन्हें चिह्नित करना आसान होगा।
खुली दुकानों पर करेंगे कार्यवाही हम तो सुबह से लगातार बाजार में घूमते रहे, लेकिन कहीं से कोई दुकान खुली होने की खबर नहीं मिली। यदि किसी ने गुपचुप तरीके से दुकान खोलकर बिक्री की है, तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
रणवीर सिंह यादव, टै्रफिक प्रभारी शिवपुरी