कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के कम्युनिटी मेडिसन के प्रो. डॉक्टर विष्णु गुप्ता ने बताया कि हाथ न धोने के कारण सबसे अधिक बीमारियां होती हैं। हाथों के जरिए ही संक्रमण और बैक्टीरिया आसानी से शरीर में चले जाते हैं और बीमारियां पैदा करते हैं। अब कोरोना वायरस को ही ले लीजिए। यह बीमारी भी हाथों के जरिए ही फैल रही है। उन्होंने कहा कि हाथ धोना एक दवा की तरह है। अगर आप हाथों को नहीं धोते हैं तो वायरस के संक्रमण या बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकते हैं जिसकी वजह से आप बीमार पड़ सकते हैं और दवाओं की जरूरत पड़ सकती है। कार्यक्रम में 50 परिवारो को साबुन वितरित किए। यूनीसेफ वाश कार्यक्रम के संभागीय समन्वयक अतुल त्रिवेदी की मानें तो हाथ साफ करने के लिए साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोने चाहिए और इसके लिए हैप्पी वर्थडे सांग को मन ही मन आप गा सकते है। कार्यक्रम के अन्त में हाथ धुलाई के सभी तकनीकी पहलूओं को पूरा करने वाली दो किशोरी बालिकाओं को डॉ. गुप्ता ने पौधा देकर सम्मानित किया। कार्यकम के हाथ धुलाई के जागरुकता के लिए पोस्टर का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन सुपोषण सखी लीला आदिवासी ने किया।