मुझे कुर्सी व लाल बत्ती की चाहत नहीं
शिवपुरीPublished: Oct 15, 2019 05:24:14 pm
करैरा में बोले सिंधिया : आपके साथ रिश्ता मजबूत करना मेरा उद्देश्यभावखेड़ी के पीडि़त परिवार को त्वरित मदद की सुनाई कहानी
करैरा में आयोजित कार्यक्रम में सिंधिया का स्वागत करते स्थानीय विधायक व कांग्रेसी कार्यकर्ता।
करैरा/शिवपुरी. मुझे न कुर्सी की चाहत है और न लाल बत्ती की, मेरा तो उद्देश्य है कि सिंधिया परिवार व आपके बीच रिश्ता और भी अधिक मजबूत हो जाए। मैंने पहले भी कहा है कि मैं भले ही आपके सुख में शामिल न हो पाऊं, लेकिन दु:ख में जरूर आपके साथ खड़ा रहूंगा। यह बात सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने करैरा में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। इस दौरान सिंधिया ने यह भी बताया कि उन्होंने किस तरह चंद घंटों में ही भावखेड़ी के पीडि़त परिवार की मदद की। करैरा में सिंधिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की तथा बाबा का बाग बगीचा में दर्शन करके झांसी रवाना हो गए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने करैरा क्षेत्र के लिए दी गई सौगात के बारे में बताते हुए कहा कि जब तालाबों का पायलेट प्रोजेक्ट केंद्र सरकार ने स्वीकृत किया था, उसमें मैंने जिले को शामिल करवाया। उसके अंतर्गत ही करैरा के दिनारा तालाब का जीर्णोद्धार किया गया था। सिंधिया ने कहा कि भावखेड़ी गांव में रविवार की रात 10.30 बजे मैं पीडि़त परिवार की झोपड़ी में गया और मृत हुए बच्चों के परिजनों से बातचीत की, जिसमें उन परिवारों ने बताया कि हमारे यहां आए तो बहुत लोग, लेकिन हमारी शिवपुरी में रहने की व्यवस्था किसी ने नहीं करवाई। बकौल सिंधिया, मैं रात में जब शिवपुरी पहुंचा तो मैने प्रशासन के लोगों को पीडि़त परिवार के लिए शिवपुरी में रहने के लिए आवास की व्यवस्था करने के लिए कहा। महज 15 घंटे के अंदर भावखेड़ी के पीडि़त परिवार को शिवपुरी की पीएसक्यू लाइन (पुरानी पुलिस लाइन) में शिफ्ट करवाया। साथ ही मनोज की बेटियों का स्कूल में एडमीशन कलेक्टर करवा रही हैं तथा मनोज व उसके पिता के लिए दो आवास बनवाए जाएंगे, जिसमें एक आवास तो शासन से प्रभारी मंत्री स्वीकृत करवा रहे हैं तथा दूसरे आवास के लिए मैं अपनी ओर से साढ़े पांच लाख रुपए दूंगा। उनके आवास बनने के बाद मैं परिवारों को उसमें शिफ्ट करवाऊंगा। मनोज व उनके पिता को शासकीय नौकरी निश्चित हो गई है तथा पिछले 18 दिन से केस की जो चार्जशीट पेश नहीं की गई, वो सोमवार दोपहर साढ़े 12 बजे कोर्ट में पेश करवा दी।
सिंधिया ने कहा कि आपका स्नेह हमेशा मेरे साथ रहा है। आपने जसमंत को यहां से जिला पंचायत सदस्य और फिर विधायक बनाया। इससे पहले शकुंतला खटीक को भी आपने विधायक बनाकर विधानसभा पहुंचाया। उन्होंने कहा कि मेरा आपसे जुड़ाव हृदय का है। ईश्वर करे किसी पर कोई संकट न आए, लेकिन यदि कभी कोई दुख की घड़ी आई तो सिंधिया परिवार का यह मुखिया आपके साथ खड़ा रहेगा।
बिजली संकट दूर करवाने का दिया आश्वासन
कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा में जब ग्रामीण क्षेत्रों में छह घंटे बिजली देने की बात कही गई, तो सिंधिया ने कहा कि मैंने जब कार्यकर्ताओं व जिला पंचायत सदस्यों की बैठक ली, तो उसमें भी यह समस्या बताई गई। क्षेत्र में व्याप्त बिजली संकट के संबंध में सरकार को मैं अवगत कराऊंगा और यह प्रयास करूंगा कि यह समस्या जल्द से जल्द दूर हो।
चंद घंटों में खंडहर भवन बनाया रहने लायक
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार की सुबह 10.30 बजे प्रेस कॉन्फे्रंस में यह कहा कि भावखेड़ी के पीडि़त परिवारों को शिवपुरी में शिफ्ट करवाया जाएगा। इसके बाद नगरपालिका का अमला, प्रशासन व पुलिस ने संयुक्त रूप से ऐसे प्रयास किए कि पीएसक्यू लाइन के खंडहर व गंदे पड़े दो भवनों को महज साढ़े चार घंटे में रहने लायक बनाया गया। नपा की फायर ब्रिगेड से इन भवनों को धोकर साफ किया गया। बिजली के मीटर लगाए गए, पानी के लिए लंबे समय से खराब पड़े हैंडपंप को आनन-फानन में सुधरवाया गया। इधर जहां प्रशासन व नगरपालिका का अमला खंडहर भवन को रहने लायक बनाते रहे, वहीं प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर उस परिवार को शिवपुरी लाने के लिए भावखेड़ी रवाना हुए। चूंकि सिंधिया कोलारस व लुकवासा से लौटकर शिवपुरी होकर करैरा निकलने वाले थे, इसलिए पूरी प्रशासनिक मशीनरी पीडि़त परिवार को शिवपुरी में बसाने के लिए झोंक दी गई। दोपहर 3 बजे जब सिंधिया वापस शिवपुरी आए तो पीडि़त परिवार व उनका सामान पीएसक्यू लाइन में दिए गए अस्थाई भवन में शिफ्ट हो चुका था। सिंधिया ने घर के अंदर जाकर पीडि़त परिवार से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि जो भी जरूरत हो, मुझे बताना।