गौरतलब है कि शिवपुरी शहर में नगरपालिका की 1135 दुकानें हैं, जिनमें से अधिकांश पर बरसों से किराया बकाया है। इतना ही नहीं कई दुकानों के खरीदार तो ऐसे हैं कि उन्होंने अभी तक दुकान की प्रीमियम (खरीदी की राशि) ही जमा नहीं की है तथा उसे किराए पर देकर खुद अपनी कमाई कर रहे हैं। ऐसे सभी दुकानदारों को बीते मंगलवार को नपा सीएमओ केके पटेरिया सहित उनकी टीम ने दुकानों पर जाकर वसूली के निर्देश दिए थे। इसके अगले ही दिन बुधवार को नपा ने बकायादार दुकानदारों को नोटिस जारी कर दिए, जिसमें तीन दिन की समयावधि दी जानी थी, लेकिन नोटिस पहुंचाने में नपा के कर्मचारियों ने ही देरी कर दी और आज कर्मचारी सैकड़ों की संख्या में नोटिस लेकर दुकानदारों को बांटने निकला। अभी तक नगरपालिका पर नगरीय प्रशासन से विभिन्न मदों में भरपूर बजट आ रहा था, इसलिए बरसों से दुकानों की इस वसूली की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। अब जबकि प्रशासक के रूप में कलेक्टर के नियुक्त होने के बाद नपा की गुल्लक खाली मिली तो बरसों की उधारी वापस लेने के लिए नपा ने एकाएक सख्त कदम उठाया है, जिसके चलते अब दुकानदार भी सकते में हैं, कि जिस नगरपालिका ने बरसों तक किराए व प्रीमियम की सुध नहीं ली, वो अब एक दिन का समय देकर दुकान राजसात करने की चेतावनी दे रही है।
हम दुकानदारों को पहले जाकर समझा आए थे। चूंकि कार्रवाई से पहले नोटिस दिया जाता है, इसलिए हमने दुकानदारों को सूचना पत्र जारी कर दिए हैं। क्योंकि कार्रवाई के दौरान दुकानदार यह कह सकते हैं कि हमें नोटिस तक नहीं दिया गया। राशि जमा नहीं की तो दुकान राजसात कर ली जाएगी।
केके पटेरिया, सीएमओ नपा शिवपुरी