हालांकि यह किसी सपने से कम नहीं पर विभागीय अधिकारियों का दावा है कि सामाजिक सहयोग से सर्वाधिक बालिका शिशु लिंगानुपात वाले जिले के एक गांव से इस प्रयोग की शुरुआत होगी। सामाजिक सहयोग मिला तो अगले चरण में प्रत्येक विकासखंड से एक-एक गांव का चयन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिले की कार्ययोजना में महिला एवं बाल विकास विभाग इस प्रकार के एक गांव को विकसित करने की योजना बनाई है।
सभी विभागों का होगा सहयोग
बढ़ते महिला एवं बाल अपराधों को नियंत्रित करने की महिला एवं बाल विकास की इस योजना को हकीकत में बदलने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय, जनजातीय कार्य विभाग एवं पुलिस विभाग संयुक्त प्रयास होंगे। जिसकी निगरानी, मूल्यांकन एवं समन्वय का कार्य कलेक्टर करेगा। इसके नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रहेंगें।
शुरू हुई गांव के चयन की प्रक्रिया
आदर्श बेटी ग्राम के चयन के लिए सर्वाधिक बालिका शिशु लिंगानुपात वाले शिवपुरी विकासखंड के 10 ग्रामों का चयन किया जाएगा। उन सभी ग्रामों के वर्तमान परिदृश्य की एक ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसमें से कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित डिस्ट्रिक टास्क फोर्स एक गांव को नामांकित किया जाएगा। चिह्नित गांव को आदर्श बेटी ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह देश का पहला प्रयोग है। विभाग का यह नवप्रयोग सफल रहा तो निश्चय ही संपूर्ण भारत के लिए प्रेरणा (रोल मॉडल) का कार्य करेगा।
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प्रयासों की सफलता का दावा
आदर्श बेटी ग्राम विकसित करना कठिन है, लेकिन सामाजिक सहयोग मिले तो असंभव नहीं है। एक गांव से शुरुआत कर रहे हैं, विभागीय प्रयास निष्फल नहीं जाएंगे। भले ही समय लगे पर सपने को साकार करके ही रहेंगे। प्रारंभ में कठिनाई होगी पर लोगों को जब इस कॉन्सेप्ट का महत्व समझ आ जाएगा तो निश्चय ही सामाजिक सहयोग मिलेगा।
राघवेन्द्र शर्मा, बाल संरक्षण अधिकारी
बेटियों के अनुकूल होगा गांव का माहौल
जिले के एक गांव को आदर्श बेटी ग्राम के रूप में विकसित करने की कार्य योजना तैयार की गई है। यह देश का पहला गांव होगा जहां बेटियों के लिए पूरी तरह अनुकूल माहौल का निर्माण किया जाएगा। विभिन्न विभागों के साथ ही सामाजिक संस्थाओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जाएगा।
आकाश अग्रवाल, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास