तसले से ढका था बोरवेल
गड्ढा तसले से हटा ढंका था, जिसे किसी ने हटा दिया था। इसी दौरान डेढ़ साल की संस्कृति गड्ढे में गिर गई। गांव में एक दिन पहले कराए गए बोर में पाइप नहीं डाले गए हैं। बोर लगभग 160 फीट गहरा है। रहवासी सौरभ लोधी ने बताया कि सुबह बच्ची के दादा कपड़ा लगाकर बोर ढंकने का प्रयास कर रहे थे। इसी बीच उनका ध्यान हटते ही वहां खेल रही संस्कृति पुत्री धर्मेन्द्र उसमें गिर गई।
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बच्ची की रोने की आवाज सुन परिजनों ने अंदाज लगाया कि बच्ची ज्यादा गहराई में नहीं गई है। बुजुर्गों ने कहा कि प्रशासन को बुलाने से अच्छा है कि खुद प्रयास किया जाए। बोरिंग में अंधेरा होने से बच्ची दिखाई नहीं दे रही थी। ऐसे में आवाज लगाई और रेस्क्यू शुरु कर दिया।
पैर में रस्सी बांधकर उतरा और खीच लाया
घर के 14 साल के लड़के हेमंत के पैर में रस्सी बांध बोर में उतारा गया। 15 फीट पर बच्ची दिखाई दी तो उसने से बच्ची को पकड़ा और खीच कर ऊपर ले आया। लगभग नौ इंच का बोर शुरुआत में लगभग एक फीट चौड़ा था। ऐसे में सभी ने मिलकर हेमंत को नीचे उतारा। दोनों सुरक्षित थे तो प्रशासन या पुलिस को खबर नहीं की गई।
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