script20 दिन में तीन बार सीएम के साथ मंच पर बैठीं, अब भटक रहीं सीएमओ पर प्रकरण दर्ज कराने दफ्तरों में | Janpad President troubled | Patrika News

20 दिन में तीन बार सीएम के साथ मंच पर बैठीं, अब भटक रहीं सीएमओ पर प्रकरण दर्ज कराने दफ्तरों में

locationशिवपुरीPublished: Jan 05, 2018 04:06:16 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

सीएमओ पर प्रकरण दर्ज कराने भटक रहीं जनपद अध्यक्ष
 

CMO, District President, Distressed, CM, Tribal Leader, shivpuri news, shivpuri news in hindi, mp news
शिवपुरी. इसे कहते हैं समय की बलिहारी, जो महिला नेत्री 9 दिन पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ मंच पर विराजमान रहीं, वो आज कलेक्टर व एसपी के ऑफिस के चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी गुहार कोई नहीं सुन रहा। यह सब हो रहा है करैरा जनपद अध्यक्ष बतीबाई आदिवासी के साथ, जो कोलारस विधानसभा में हुई सीएम की चार सभाओं में से तीन सभाओं में मंच पर पहली पंक्ति में मौजूद रहीं। लेकिन अब उनके पति व महिला जनपद सदस्य के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज होने के बाद वो आवेदन देती भटक रहीं हैं।
गौरतलब है कि बीते 2 जनवरी को करैरा की जनपद सदस्य कुसुमा आदिवासी ने सीईओ जनपद रविकांत गोस्वामी के साथ अभद्रता करते हुए चप्पल फेंक कर मारी थी। सीईओ का आरोप था कि जनपद सदस्य ने यह हरकत जनपद अध्यक्ष बती बाई आदिवासी के पटवारी पति हरी आदिवासी के इशारे पर की है और वो भी उस समय वहां मौजूद था। सीईओ की रिपोर्टपर करैरा थाना पुलिस ने जनपद सदस्य कुसुमा आदिवासी व अध्यक्ष के पति हरी आदिवासी के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कर लिया।
अब जनपद अध्यक्ष बती आदिवासी व जनपद सदस्य कुसुमा आदिवासी यह मांग कर रहे हैं कि सीईओ के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाए। इसके लिए बती बाई ने बुधवार को करैरा थाने के सामने घेराव करने का प्रयास किया तथा एसडीएम से जब धरना देने की परमीशन मांगी तो वो नहीं मिल सकी। इसलिए गुरुवार को बती आदिवासी अपने साथ अन्य आदिवासी नेताओं (जो तीन बार सीएम के साथ मंच पर रहे) को लेकर एसपी ऑफिस व कलेक्टे्रट में ज्ञापन दिया। ज्ञापन में मांग की है कि जनपद सीईओ के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए तथा जनपद सदस्य व अध्यक्ष पति के विरुद्ध दर्ज प्रकरण खारिज किया जाए।

अध्यापक सामूहिक मुंडन कराकर दर्ज कराएंगे विरोध

शिवपुरी। शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग और बार-बार मुलाकात की तारीख बदलने से परेशान होकर अध्यापकों ने आंदोलन की राह अख्तियार कर ली है। आजाद अध्यापक संघ ने अध्यापकों को एकत्रित करने के लिए सभी संघों का आह्वान कर एकता के साथ अपना आजाद रथ सम्पूर्ण प्रदेश में भेजने का फैसला लिया है। यह रथ प्रत्येक जिले में जाकर अध्यापक साथियों को जागृत करते हुए अपने हक की लड़ाई मे सम्मिलित होने की अपील करेगा। इस आंदोलन की प्रमुख बात यह होगी कि यह किसी संघ का आंदोलन न होकर सिर्फ अध्यापक अधिकार आंदोलन होगा जिसमें अध्यापकों के सभी संगठनों से पूर्ण सहभागिता की अपील की गई है। इसी क्रम में 13 जनवरी को भोपाल में अध्यापक अधिकार रथ यात्रा के समापन पर प्रांताध्यक्ष शिल्पी शिवान कई महिला अध्यापकों साथ अपने केश त्यागेंगी जिसमें पुुरुष अध्यापक भी अपना मुंडन कराकर शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग करेंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो