कोलारस रेलवे स्टेशन (kolaras railway station) का यही हाल है। कहने को यहां से 9 ट्रेनें गुजरती है, लेकिन यहां सिर्फ एक ही ट्रेन गुना-ग्वालियर पैसेंजर यहां रुकती है। वह भी आसपास के ही शहरों को कोलारस से जोड़ती है। इसके अलावा बड़े बड़े शहरों की ओर जाने वाली लंबी दूरी की कोई ट्रेन नहीं रुकती है। इस कारण बड़े शहरों में जाने वाले लोगों को दूसरे शहरों से ट्रेन में चढ़ना पड़ता है।
तत्कालीन रेल मंत्री माधवराव सिंधिया (madhavrao scindia) के वक्त 32 साल पहले कोलारस रेलवे स्टेशन (KLRS/Kolaras) बना था। इस स्टेशन के बनने के बाद से यहां लंबी दूरी की सिर्फ एक ट्रेन रुकती है। माधवराव सिंधिया के वक्त से लेकर आज तक यह क्षेत्र सिंधिया खानदान से जुड़ा रहा है। माधवराव के बेटे ज्योतिरादित्य (jyotiraditya scindia) गुना-शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं।

32 साल पहले बना था स्टेशन
गुना-शिवपुरी रेलवे ट्रेक का निर्माण पूरा होने के बाद लगभग 32 वर्ष पहले इस रूट पर गुना से ग्वालियर पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था। धीरे-धीरे ट्रेक पर ट्रेनों की संख्या बढ़ती गई और प्रतिदिन 9 ट्रेनें शिवपुरी की ओर से गुना की ओर दौड़ने लगीं। लेकिन, कोलारस में आज भी केवल एक ट्रेन रुकती है। इसी ट्रेन से क्षेत्र के लोग आसपास के बड़े रेलवे स्टेशन तक पहुंचते हैं, उसके बाद ट्रेन बदलकर देश के बड़े शहरों की यात्रा कर पाते हैं। इसके अलावा कई बार मांग करने के बावजूद सप्ताह में दो दिन चलने वाली देहरादून एक्सप्रेस का स्टापेज नहीं मिल पाया।
रेलवे ने भी किया नजरअंदाज
कोलारस क्षेत्र के लोगों ने क्षेत्र के मौजूदा सांसद डॉ केपी यादव, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya m scindia), प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया से लेकर रेल मंत्री तक से इस मामले में गुहार लगाई, लेकिन ट्रेनों के संचालन की मांग को नजरअंदाज कर दिया गया। वहीं इस मामले क्षेत्र के विधायक विरेन्द्र रघुवंशी का कहना है कि मैंने कई बार केन्द्रीय मंत्री सिंधिया सहित डीआरएम रेलवे से इस मामले में चर्चा की, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। मैं फिर से इस मामले में संबंधितों को कोलारस में ट्रेनों के संचालन को लेकर पत्र लिखुंगा ताकि कोई हल निकल सके।
ट्रेन रोको आंदोलन भी चलाया
शिक्षा एवं व्यापार के लिहाज से कोलारस के विद्यार्थियों, व्यापारियों एवं आमजनों का प्रतिदिन ही इंदौर, दिल्ली, ग्वालियर एवं महाराष्ट्र आना-जाना लगा रहता है। इसे लेकर स्टूडेंट्स और आसपास नौकरी करने वाले अपडाउनर्स को काफी दिक्कतें होती हैं। अखिल विद्यार्थी परिषद ने सात-आठ वर्ष पहले कोलारस स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन चलाया था, लेकिन किसी सुपरफास्ट ट्रेन का स्टापेज नहीं मिला। उनका कहना है कि कहने को कोलारस से एक दर्जन से अधिक ट्रेन गुजरती हैं, लेकिन हमें भी बड़े शहरों से जोड़ने के लिए इन ट्रेनों को स्टापेज देना चाहिए।
माधव राव सिंधिया 2 बार रहे सांसद
गुना-शिवपुरी रेलवे ट्रेक जिस क्षेत्र में आता है उस क्षेत्र से पूर्व रेल मंत्री माधवराव सिंधिया से लेकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी नाता है। दोनों ही यहां से सांसद रह चुके हैं। माधवराव सिंधिया पहली बार इसी क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे थे और बड़ी जीत हासिल की थी। वे यहां से 2 बार सांसद रहे। उनके बेटे ज्योतिरादित्य भी वर्ष 2018 में यहीं से सांसद चुने गए थे।