यूं तो मंगलवार की सुबह से ही शिवपुरी में रिमझिम बारिश का क्रम शुरू हो गया था। सुबह 10 बजे के बाद सिंध नदी के केचमेंट एरिया से जब पानी का फ्लो तेज आया तो सिंध के किनारे बसे गांव में हलचल शुरू हो गई। सुबह 10.30 बजे पचावली पुल से पानी का तेज फ्लो शुरू हुआ तो फिर उसका लेबल भी बढऩे लगा। चूंकि सिंध नदी का केचमेंट एरिया मालवा क्षेत्र में है, इसलिए वहां होने वाली बारिश का असर सिंध के तेज फ्लो के रूप में नजर आया। पचावली के पुराने पुल को टच करते हुए निकल रही सिंध को देखते हुए पुल से निकलने वाले वाहनों के चालक भी काफी संभल कर निकल रहे थे।
रेस्क्यू कर निकाले वाहन में फंसे लोग
रन्नौद निवासी धर्मेन्द्र भदौरिया, शिवसिंह भदौरिया, रामहेत गुर्जर, लज्जाराम गुर्जर तथा कुसमा बाई रन्नौद से टबेरा गाड़ी से ग्वालियर जा रहे थे। सुबह 11 बजे जैसे ही इनका वाहन सिंध नदी के भड़ौता पर पहुंचा तो एक रपटे पर सिंध का पानी उपर से बह रहा था, लेकिन दूसरे रपटे पर पानी नहीं था। उक्त लोगों ने रपटे को पार करने की कोशिश की, लेकिन तभी सिंध में पानी का बहाव तेज हो जाने की वजह से गाड़ी तेज बहाव में फंस गई। भड़ौता रपटे के पास वाहन फंस जाने की वजह से उपस्थित ग्रामीणों ने ट्यूब की मदद से वाहन में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बाद में कोलारस एसडीओपी अमरनाथ वर्मा अपने दलबल और रेस्क्यू टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे।
बारिश से नदी-नाले उफान पर
रन्नौद क्षेत्र में सोमवार की शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से मंगलवार की सुबह नदी-नाले उफान पर आ गए। बताया जा रहा है कि अभी तक के सीजन में सबसे ज्यादा बारिश सोमवार-मंगलवार के दिन में हुई। जिससे रन्नौद से अकाझिरी मार्ग पर धंधेरा गांव की मड़हर नदी के पुल पर करीब 3 फीट पर सुबह 11 बजे तक बहती रही, जिससे आवागमन बाधित हो गया। जिससे करीब दो दर्जन से अधिक गांव का तहसील व जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया। गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, पिछोर को जाने वाली बसें तथा अकाझिरी के लोग करीब 11 बजे तक नदी उतरने का इंतजार करते रहे।
इन रास्तों से टूटा संपर्क
कूनो नदी के उफनने से शिवपुरी-श्योपुर का आवागमन ठप हो गया। कूनो नदी शिवपुरी जिले में छर्च की सीमा पर है।
कोलारस से खतौरा जाने वाले प्रमुख रास्ते पर रेशम माता मंदिर के पास रपटे पर सिंध का पानी अधिक आ जाने की वजह से भड़ोता जाने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया।
देहरदा तिराहे से ईसागढ़-अशोकनगर को जोडऩे वाले प्रमुख मार्ग पर स्थित पचावली पुल पर मंगलवार की सुबह से सिंध में पानी का फ्लो तेज आ जाने की वजह से प्रशासन व पुलिस अलर्ट हो गई तथा पानी बढऩे पर आवागमन रोकना पड़ा।
बदरवास जनपद के अतर्गत आने वाला ग्राम बिजरौनी सोमवार की शाम से छोंछ नदी में पानी का उफान इतना अधिक आया कि गांव के चारों तरफ पानी फैल जाने की वजह से वो गांव टापू बन गया। गांव के चारों तरफ के रास्ते बंद होने के साथ ही ग्राम मेघोना, खतौरा, इंदार, बड़ी घुरवार, छोटी घुरवार, जाने के रास्ते बंद हो गए।