मड़ीखेड़ा डैम प्रोजेक्ट के फेर में विस्थापित हुए ग्रामों में करमई भी शामिल रहा। इस गांव के परिवार पहले विस्थापित हो गए थे, लेकिन बारिश थमने तथा सिंध में पानी कम होने के बाद इस गांव में कुछ परिवार आकर रहने लगते हैं। शनिवार की सुबह गांव का एक व्यक्ति खाली पड़े खंडहर में जब शौच करने गया तो उसमें उसे एक तेंदुआ नजर आया। जिसे देखते ही वो शेर-शेर चिल्लाकर भागा। चूंकि वो खंडहर गांव के बीच में ही है, इसलिए ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकल कर आ गए तथा तेंदुआ पर नजर रखने लगे। इसी बीच ग्रामीणों ने फोरेस्ट को भी सूचना दे दी, जिसके चलते कुछ ही देर में वहां फोरेस्ट की टीम पहुंच गई। चूंकि ग्रामीणजन उस खंडहर पर नजर रखे हुए थे, जिसमें तेंदुआ नजर आया था, इसलिए फोरेस्ट की टीम ने घेराबंदी करके तेंदुआ को जंगल की तरफ भगाने के प्रयास में देर शाम तक जुटी रही। तेंदुआ आ जाने से ग्रामवासी दहशतजदा हैं।
पोहरी किले के आसपास भी दिख रहा तेंदुआ
जिले के पोहरी कस्बे में स्थित पुराने किले के पास खंडहर में भी पिछले कुछ दिनों से तेंदुआ व उसके शावक नजर आने की बात स्थानीय लोग कर रहे हैं। उनका कहना है कि हर दिन शाम होते ही वहां पर तेंदुआ व शावक आते हैं, जिन्हें लगभग हर दिन देखा जा रहा है।
टीम कर रही है रेसक्यू
करमई गांव में तेंदुआ आने की खबर मिलते ही हमारी टीम वहां पहुंच गई है। रेसक्यू करके तेदुआ को गांव से बाहर निकालने में हमारी टीम जुटी हुई है, जल्द ही उसे जंगल में भगा दिया जाएगा।
अनुराग तिवारी, रेंजर अमोला