सिंध से ही शहर को उम्मीद
शिवपुरी शहर में कई ऐसे वार्ड हैं, जहां सर्दियों में ही पानी की किल्लत गहराने लगी है। कहीं कृत्रिम जल संकट है तो कहीं बोर में पानी का प्रेशर अभी से कम होने लगा। ऐसे में शहर को सिंध जलावर्धन योजना का ही सहारा है और इसके लिए काम भी तेजी से चल रहा है।
शिवपुरी शहर में कई ऐसे वार्ड हैं, जहां सर्दियों में ही पानी की किल्लत गहराने लगी है। कहीं कृत्रिम जल संकट है तो कहीं बोर में पानी का प्रेशर अभी से कम होने लगा। ऐसे में शहर को सिंध जलावर्धन योजना का ही सहारा है और इसके लिए काम भी तेजी से चल रहा है।
दोशियान से काम हटने के बाद पीपीपी मोड भी खत्म हो गया। उस एग्रीमेंट में मीटर लगाने की शर्त थी, लेकिन अब जबकि दूसरी कंपनी काम कर रही हैं, तो प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद वितरण व जलकर के संबंध में जो भी शासन आदेश करेगा, उसका पालन किया जाएगा।
सीपी राय, सीएमओ नपा शिवपुरी
सीपी राय, सीएमओ नपा शिवपुरी
अब मीटर लगाकर पानी देने की बात तो दोशियान के जाते ही समाप्त हो गई है। अब दो अलग फर्मों को शेष काम दिया गया है और काम पूरा होते ही यह योजना नपा के पास ही आएगी। परिषद की बैठक में तय करेंगे कि इसे ठेके पर देना है या तकनीकी स्टाफ भर्ती किया जाए।
अनिल शर्मा, उपाध्यक्ष नपा शिवपुरी
अनिल शर्मा, उपाध्यक्ष नपा शिवपुरी