मंगलवार की दोहपर लगभग 12 बजे सिंध नदी में तैरता बोरा और उसमें से निकल रहे बंधे हुए हाथों को देखकर कुछ लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को जब नदी से बाहर निकालकर देखा तो उसके हाथ व पैर साफी के टुकड़ों से बंधे हुए थे। शव को एक शॉल से बांधने के बाद उसे बोरी में बंद कर नदी में फेंका गया था।
रन्नौद थाना प्रभारी एसबी शर्मा ने बताया कि मृतक ग्राम मेघोनाबड़ा के ग्राम पुरा में एक यादव परिवार के फार्म हाउस पर खेतिहर मजदूरी करता था। मृतक के चार भाई हैं, जो अलग-अलग निवास करते हैं तथा मृतक की पत्नी व दो बेटे तथा एक बेटी है।
आठ-दस दिन पूर्व गजराज अपने गांव आया था औरथोड़ी सी फसल में पानी दे रहा था और इसके बाद से ही वो गायब हो गया। लेकिन परिजन यह सोचते रहे कि वो मजदूरी करने मेघोनाबड़ा के पुरा गांव में चला गया होगा,इसलिए परिजनों ने भीगुमशुदगी दर्ज नहीं करवाई।
“जिन हालातों में लाश मिली है, उससे तो यह प्रथम दृष्टया यही प्रतीत होता है कि उसकी हत्या करके हाथ व पैर बांधे गए हैं तथा शव पानी के बाहर न आए, इसलिए उसके साथ पत्थर भी बांधा गया। अब हम पुरा गांव जाकर पूरे मामले की पतारशी करेंगे।”
एसबी शर्मा, थाना प्रभारी रन्नौद
एसबी शर्मा, थाना प्रभारी रन्नौद