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अस्पताल में प्रसूता व नवजात बेहाल….जानिए क्यों

locationशिवपुरीPublished: Sep 17, 2017 11:18:50 pm

मेटरनिटी वार्ड में शोपीस बने एसी , घरों से या बाजार से खरीदकर परिजन ला रहे पंखे
 

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शिवपुरी. जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में लगे एसी (एयर कंडीशनर) शोपीस बनकर रह गए हैं और उमस व गर्मी से प्रसूता व नवजात शिशुओं की हालत खराब है। परेशान लोग या तो घर से टेबल फेन लेकर आते हैं या फिर वे नया पंखा बाजार से खरीदकर लाते हैं। प्रसूताओं की संख्या अधिक होने की वजह से वार्ड में लगे पंखों की हवा का अहसास तक नहीं हो रहा। खास बात यह है कि जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड को बने हुए अभी दो-तीन साल ही हुए हैं, लेकिन उनमें लगे एसी की हालत देखकर ऐसा लग रहा है, मानों बरसों पुराने एसी कहीं और से लाकर यहां लगाकर गिनती पूरी की गई हो। चर्चा तो यह भी है कि प्रसूताओं के लिए आए नए एसी, कहीं और ही ठंडी हवाएं दे रहे हैं।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल के मेटरनिटी के अलग-अलग वार्डों में 85 पलंग हैं, जबकि 25 से 30 प्रसूताएं जमीन पर अपने नवजात शिशुओं के साथ गैलरी में लेटी हुई हैं। लगभग तीन साल पूर्व जब मेटरनिटी वार्ड बनाए गए तो उसमें एयर कंडीशनर से लेकर सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई गईं, जिसे देखने के लिए भोपाल तो क्या दिल्ली की टीमें भी आईं और तारीफ करके गईं। लेकिन समय गुजरने के साथ ही इनकी हालत बिगड़ती चली गई। आज भी जिला अस्पताल में औसतन 35 से 40 बच्चे प्रतिदिन जन्म ले रहे हैं और ये नवजात शिशु इतने कोमल होते हैं कि इन्हें दुनिया में आते ही इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है। प्रसूताओं व उनके परिजनों की भीड़ जब वार्डों में रहती है तो इंसानों की अधिक भीड़ के बीच उत्पन्न होने वाली गर्मी वातावरण को उमस भरा बना देता है। मेटरनिटी वार्ड के एसी बंद होने से प्रसूताओं व बच्चों का गर्मी व उमस के बीच हाल-बेहाल है। सीजर डिलेवरी के बाद प्रसूता 6 से 8 दिन तक भर्ती रहती है। इसलिए उनके परिजन नया पंखा खरीदकर ले आते हैं। सभी पंखे एक तरह के होने से ऐसा लगता है कि शायद यह अस्पताल द्वारा लगाए गए, लेकिन यह सभी खरीदकर लाए गए हैं।

धूल से बंद हुए एसी
जिला अस्पताल में लगे एसी सभी चालू थे, लेकिन शहर में उड़ रही धूल व प्रदूषण के चलते उनमें मिट्टी भर जाने से वे बंद हो रहे हैं। पहले मेंटीनेंस करवाया तो उसके अंदर से मिट्टी ही निकली।
डॉ. एसएस गुर्जर, आरएमओ
जल्द करवाएंगे चालू
मुझे किसी ने एसी बंद होनेकी जानकारी नहीं दी। यदि ऐसा है तो वार्ड का निरीक्षण करके एयर कंडीशनर की स्थिति पता करवाऊंगा, यदि जरूरत पड़ी तो उन्हें बदलवा भी दिया जाएगा।
डॉ. जेएस त्रिवेदिया, सीएस
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