जानकारी के मुताबिक बदरवास अंतर्गत सिंध नदी के रेजा, घुरबार, रिजौदी, सड, चितारा, एनवारा, बूढ़ाडोंगर में बड़े पैमाने पर रेत का काला कारोबार जारी है। बीते रोज ही पिछोर में एक रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली पकडऩे गए नायब तहसीलदार के साथ रेत माफिया ने गाली-गलौंच कर ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ाकर ले गए । इधर बदरवास में पुलिस व राजस्व विभाग की मिलीभगत से दिन में ही यह गौरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है। हालांकि कभी-कभी जिन लोगों से सुविधा शुल्क नहीं मिलती उन पर प्रशासन का डंडा चल जाता है और दिखाने के लिए कार्रवाई भी हो जाती है। शेष लोग बिना किसी डर के लाखों के बारे के न्यारें करने में लगे हैं। बड़ी बात यह है कि रेत का यह उत्खनन बड़ी-बड़ी मशीनों पोकलेन व जेसीबी द्वारा किया जाता है जो कि बहुत दूर से अलग दिखाई देती है।
आखिर क्यों नहीं लग पा रहा अवैध उत्खनन पर अंकुश
क्षेत्र में सिंध नदी से खुलेआम अवैध रूप से काली रेत का खनन किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इस पूरे धंधे की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन व राजस्व अमले को नहीं है, बल्कि सबकुछ जानकर भी सुविधा शुल्क लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। अगर स्थानीय स्तर पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियों की कॉलडिटेल निकाली जाए तो पूरा मामला खुद ही सामने आ जाएगा कि खनन माफियाओं को प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है कि नही।
क्षेत्र में सिंध नदी से खुलेआम अवैध रूप से काली रेत का खनन किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इस पूरे धंधे की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन व राजस्व अमले को नहीं है, बल्कि सबकुछ जानकर भी सुविधा शुल्क लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। अगर स्थानीय स्तर पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियों की कॉलडिटेल निकाली जाए तो पूरा मामला खुद ही सामने आ जाएगा कि खनन माफियाओं को प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है कि नही।
बदरवास क्षेत्र स्थित सिंध नदी में अवैध खनन की सूचना मेरे पास है। मैं खुद जिले से एक टीम बनाकर क्षेत्र में कार्रवाई के लिए भेंजूगी। इसके बाद स्थानीय स्तर के अधिकारियों की भी इस मामले में भूमिका की जांच की जाएगी।जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
अनुग्रह पी, कलक्टर शिवपुरी
अनुग्रह पी, कलक्टर शिवपुरी