जानकारी के अनुसार रविवार की दोपहर बंटी प्रजापति नाम का एक युवक अस्पताल प्रबंधन के पास रात में अस्पताल से उसका मोबाइल चोरी होने की शिकायत लेकर पहुंचा। हॉस्पिटल मैनेजर साकेत सक्सेना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल में कार्य कर रही आउट सोर्स एजेंसी के जीएन काजी को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चैक करने को कहा। कैमरा चैक करने पर पता चला कि रात करीब 12 बजकर 23 मिनट पर तीन व्यक्ति अस्पताल के मैन गेट से मेटरनिटी विंग में घुसे। इन तीनों युवकों में से एक युवक ने ओपीडी क्रमांक एक के गेट पर सो रहे एक मरीज के परिजन के चार्ज हो रहे मोबाइल को चार्जर में से निकाला और अपने साथियों के साथ मेटरनिटी विंग में अंदर चला गया। सीसीटीवी फुटेज चैक करने के बाद जब युवक की तलाश शुरू की तो वह एक ठेले के पास खड़ा मिल गया। इस युवक को पकड़ कर पूछताछ की तो उसने अपना नाम बंटी प्रजापति बताया और अस्पताल से मोबाइल चोरी करना स्वीकार कर लिया। साथ ही यह भी बताया कि मोबाइल लेकर उसके दो अन्य साथी करैरा चले गए हैं। मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई गई । बताया जा रहा है कि मोबाइल की जब्ती के लिए पुलिस करैरा गई है। चोरी की घटना के करीब १५ घंटे बाद चोर का अस्पताल में ही घूमते फिरते पकड़ा जाना इस बात का द्योतक है कि अस्पताल में चोरों क गैंग २४ घंटे गश्त करती रहती है और मौका मिलते ही चोरी की वारदात को अंजाम देकर निकल जाती हैं।
और चोरियों का भी हो सकता है खुलासा
आज मोबाइल चोरी के आरोप में जिस व्यक्ति को पकड़ा गया है। अगर उस व्यक्ति के साथ-साथ मोबाइल लेकर अस्पताल से फरार हुए गैंग के दो अन्य सदस्यों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उम्मीद है कि अस्पताल में हुई कुछ अन्य चोरियों के साथ-साथ कुछ अन्य चोरों की भी पहचान हो सकेगी।
पिछले माह बच्चा चुराने का भी किया था प्रयास
यहां बताना होगा कि जिला अस्पताल के मेटरनिटी विंग से ही १२-१३ जनवरी २०१९ की दरम्यानी रात करीब २ बजे पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में घुसीं तीन अज्ञात महिलाओं ने भी बच्चा चुराने का प्रयास किया था। तत्समय भी अस्पताल में काफी हंगामा हुआ था, हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने अगले ही दिन सीसीटीवी कैमरे की मदद से चोर महिलाओं की पहचान का प्रयास किया था परंतु वह इसमें कामयाब नहीं हो सके। घटना के तुरंत बाद ही तीनों महिलाओं को सुरक्षाकर्मियों ने भी अस्पताल में तालाशा लेकिन वह नहीं मिलीं, इससे यहां पर कार्यरत लोगों की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में आ जाती है। एक बार एक जेब कतरा भी सीसीटीवी कैमरे की मदद से ट्रोमा सेंटर में पकड़ा गया था वह जेब कतरा अस्पताल में ही पदस्थ सुरक्षाकर्मी का दोस्त था।
बीते छह माह में ये हुईं हैं चोरियां
जिला अस्पताल में लगे लगभग दो दर्जन पंखे चोरी हुए हैं, पंखा चोरी का यह मामला आज भी विवेचना तक सिमटा हुआ है। चोरों का कोई सुराग नहीं लगा है।
एयर कंडीशनरों में लगा कॉपर वायर चोर चुरा कर ले गए और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई। इस मामले का भी आज तक कोई खुलासा नहीं हुआ है।
अस्पताल की किचन में उपयोग होने वाले बर्तन भी कुछ माह पूर्व ही चोरों ने चोरी कर लिए। आज तक इस बर्तन चोरी मामले का भी कोई खुलासा नहीं हुआ है।
अस्पताल के एसएनसीयू के पीछे कबाड़े से भी चोरी की वारदात हो चुकी है। इस चोरी की वारदात में कुछ बच्चों को पकड़ा गया था।
अस्पताल में पर्चा बनवाने के लिए लाइन में खड़ी हुई महिलाओं के गले से मंगलसूत्र और चैन चोरी की घटनाओं का भी आज तक कोई खुलासा नहीं हुआ है।
अगर इस दौरान मोबाइल चोरी की घटनाओं पर गौर करें तो दो दर्जन से अधिक मोबाइल यहां से इस दौरान चोरी गए हैं।
जिला अस्पताल में लगे लगभग दो दर्जन पंखे चोरी हुए हैं, पंखा चोरी का यह मामला आज भी विवेचना तक सिमटा हुआ है। चोरों का कोई सुराग नहीं लगा है।
एयर कंडीशनरों में लगा कॉपर वायर चोर चुरा कर ले गए और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई। इस मामले का भी आज तक कोई खुलासा नहीं हुआ है।
अस्पताल की किचन में उपयोग होने वाले बर्तन भी कुछ माह पूर्व ही चोरों ने चोरी कर लिए। आज तक इस बर्तन चोरी मामले का भी कोई खुलासा नहीं हुआ है।
अस्पताल के एसएनसीयू के पीछे कबाड़े से भी चोरी की वारदात हो चुकी है। इस चोरी की वारदात में कुछ बच्चों को पकड़ा गया था।
अस्पताल में पर्चा बनवाने के लिए लाइन में खड़ी हुई महिलाओं के गले से मंगलसूत्र और चैन चोरी की घटनाओं का भी आज तक कोई खुलासा नहीं हुआ है।
अगर इस दौरान मोबाइल चोरी की घटनाओं पर गौर करें तो दो दर्जन से अधिक मोबाइल यहां से इस दौरान चोरी गए हैं।
अस्पताल में आए दिन मोबाइल चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। रविवार की सुबह जब मोबाइल चोरी की सूचना मिली तो हमने सीसीटीवी कैमरे की मदद से चोर की पहचान करने का प्रयास किया। चोर अस्पताल के आस पास ही मिल गया। चोर को पुलिस के हवाले कर दिया गया है और जिसका मोबाइल था उस व्यक्ति ने भी पुलिस को शिकायत दर्ज करा दी है।
डॉ साकेत सक्सेना
अस्पताल प्रबंधक